Begin typing your search...

Pahalgam Attack Video: आदतन 'अल्लाह हू अकबर' बोलने का बहाना, अब NIA के सामने जवाब देगा जिपलाइन ऑपरेटर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में बड़ा खुलासा हुआ है. चश्मदीद के बयान के बाद राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने जिपलाइन ऑपरेटर से कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है. आरोप है कि फायरिंग के दौरान ऑपरेटर ने तीन बार 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगाया और पर्यटकों को आगे बढ़ने के लिए उकसाया. एनआईए इस घटना में स्थानीय सहयोग और आतंकी नेटवर्क की भूमिका की भी गहन जांच कर रही है.

Pahalgam Attack Video: आदतन अल्लाह हू अकबर बोलने का बहाना, अब NIA के सामने जवाब देगा जिपलाइन ऑपरेटर
X
नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 29 April 2025 7:28 AM

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने जिपलाइन ऑपरेटर से गहन पूछताछ का फैसला किया है. यह कदम चश्मदीद ऋषि भट्ट के उस बयान के बाद उठाया गया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेटर ने गोलीबारी के दौरान 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगाते हुए पर्यटकों को जिपलाइन पर आगे बढ़ने के लिए उकसाया. अब एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस इस ऑपरेटर से दोबारा सवाल-जवाब करेगी.

बताया जा रहा है कि बैसरन क्षेत्र में जब आतंकियों ने गोलियां बरसाईं, उस समय जिपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल अहमद पर्यटकों को बचाने के बजाय तीन बार धार्मिक नारे लगाते हुए उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा. एनआईए ने इस घटना के सिलसिले में मुजम्मिल समेत छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इनमें से पांच लोगों ने हमले के दौरान वीडियो बनाए थे, लेकिन घटना की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को नहीं दी.

आदतन लगाया था नारा: ऑपरेटर

सूत्रों के अनुसार, जिपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल अहमद ने अपनी सफाई में दावा किया है कि उसे लगा कि गोलीबारी कहीं दूर हो रही थी, इसलिए उसने आदतन 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगाया था. हालांकि, जांच एजेंसियां उसकी इस दलील से संतुष्ट नहीं हैं और उसके मोबाइल डेटा, कॉल डिटेल और संभावित नेटवर्क लिंक को खंगाल रही है. जल्द ही उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई तय होगी.

चश्मदीद ने क्या कहा?

चश्मदीद ऋषि भट्ट ने बताया कि हमले के समय उनकी पत्नी और बच्चों को जिपलाइन पर पहले भेजा गया था और उनका खुद आठवां नंबर था. उन्होंने आरोप लगाया कि गोलीबारी की स्पष्ट आवाजों के बावजूद ऑपरेटर ने उन्हें रोकने के बजाय सामान्य तरीके से आगे बढ़ाया और नारेबाजी करता रहा. ऋषि ने इस लापरवाही को संदेहास्पद बताते हुए ऑपरेटर से कड़ी पूछताछ की मांग की थी.

तीन बार बोला 'अल्लाह हू अकबर'

ऋषि भट्ट ने बताया कि जब मैं ज़िपलाइन कर रहा था, तभी फायरिंग शुरू हो गई. लगभग 20 सेकंड तक मुझे इसका एहसास ही नहीं हुआ. अचानक मुझे समझ आया कि फायरिंग हो रही है और ज़मीन पर लोग मारे जा रहे हैं. मैंने अपनी आँखों के सामने 5-6 लोगों को गोली लगते देखा. लगभग 20 सेकंड बाद मुझे एहसास हुआ कि यह एक आतंकी हमला है. उसी दौरान ज़िपलाइन ऑपरेटर ने तीन बार 'अल्लाह हू अकबर' कहा और फिर गोलीबारी शुरू हो गई.

188 होटलों और सर्विस प्रोवाइडरों से पूछताछ

पहलगाम नरसंहार की तह तक जाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 188 होटल संचालकों और अलग अलग सर्विस प्रोवाइडरों से से पूछताछ की है. श्रीनगर में पुलिस ने 36 पूर्व आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्करों के ठिकानों पर भी छापेमारी की. जांच एजेंसियां इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि स्थानीय नेटवर्क ने आतंकियों को किस तरह से मदद पहुंचाई और क्या इसमें अंदरूनी मिलीभगत थी.

वीडियो शूट करने वालों की भूमिका पर भी संदेह

जिन पांच लोगों ने हमले के वीडियो बनाए थे, उन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने घटना के तुरंत बाद फुटेज क्यों नहीं सौंपी. एनआईए अब इन वीडियो को भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज रही है और इन व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही है. साथ ही उस युवक से भी लंबी पूछताछ हो रही है जिसने जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़कर वीडियो बनाया था.

आतंकी हमला
अगला लेख