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गोवा में नए साल का जश्‍न रहा फीका, पर्यटकों के नहीं आने की क्‍या है वजह?

ओजरान बीच पर 'लकी शेक' चलाने वाले श्रीधर कहते हैं, "मंड्रेम, मोरजिम और अरम्बोल को छोड़कर, यहां बहुत कम विदेशी पर्यटक आते हैं और जो पर्यटक यहां आते हैं, वे सिर्फ़ एक बीयर और एक ड्रिंक ऑर्डर करते हैं. मैंने सोमवार को सिर्फ़ 1000 रुपये कमाए. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो हम घाटे में चले जाएंगे.

गोवा में नए साल का जश्‍न रहा फीका, पर्यटकों के नहीं आने की क्‍या है वजह?
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 1 Jan 2025 7:28 PM

गोवा में समुद्र तट पर स्थित शैक में इस वर्ष हमेशा की तरह चहल-पहल गायब है. कई झोंपड़ियों के मालिकों ने त्योहारी सीजन के दौरान पर्यटकों की कम संख्या के कारण मंदी की शिकायत की है. झोपड़ी मालिकों का कहना है कि पर्यटन विभाग द्वारा इस वर्ष अगस्त माह की शुरुआत में ही अस्थायी समुद्र तट पर झोपड़ियां बनाने के लिए लाइसेंस जारी करने के बावजूद कम लोग आ रहे हैं.

गोवा शेक ओनर्स वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष क्रूज़ कार्डोज़ो ने कहा कि पहले क्रिसमस का समय काफ़ी व्यस्त रहता था. हमें ज़्यादा पर्यटकों की उम्मीद थी. हालांकि पिछले कुछ दिनों में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन यह पहले जैसी नहीं है. उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटक और ज़्यादा खर्च करने वाले पर्यटक शैक में काफ़ी हद तक नदारद हैं. ओज़रान बीच पर, ऑक्यूपेंसी लगभग 30 प्रतिशत है. लोग शायद थाईलैंड, श्रीलंका और वियतनाम जाना पसंद कर रहे हैं जो अपेक्षाकृत सस्ते गंतव्य हैं, यह चिंताजनक है.

सरकार देती है परमिशन

समुद्र तट पर बनी झोंपड़ियां आमतौर पर बांस, लकड़ी के खंभों और ताड़ के पत्तों जैसी पर्यावरण-अनुकूल सामग्री से बनाई जाती हैं. सरकार गोवा के बेरोजगार लोगों को 1 सितंबर से 31 मई तक के पीक सीजन के दौरान समुद्र तट पर ये 'अस्थायी' झोंपड़ियां चलाने की अनुमति देती है.

31 दिसंबर को हुई 1000 रुपये की कमाई

इस साल कई झोंपड़ियों के मालिकों के लिए व्यापार में मंदी चिंताजनक है. ओजरान बीच पर 'लकी शेक' चलाने वाले श्रीधर कहते हैं, "मंड्रेम, मोरजिम और अरम्बोल को छोड़कर, यहां बहुत कम विदेशी पर्यटक आते हैं और जो पर्यटक यहां आते हैं, वे सिर्फ़ एक बीयर और एक ड्रिंक ऑर्डर करते हैं. मैंने सोमवार को सिर्फ़ 1000 रुपये कमाए. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो हम घाटे में चले जाएंगे.

ज्यादा नहीं मिलता कारोबार

ये झोपड़ियां पहले गोवा आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण रही हैं. लेकिन कार्डोज़ो का कहना है कि पिछले कुछ सालों में झोपड़ियों में आने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. लेकिन अगर वे खर्च नहीं करते हैं, तो इसका क्या मतलब है? हमारे ग्राहक अलग हैं. कुछ पर्यटक दूसरे राज्य से जीप में गोवा आते हैं. वे होटल बुक नहीं करते हैं और समुद्र तट पर एक दिन बिताने के बाद चले जाते हैं. हमें उनसे बहुत ज़्यादा कारोबार नहीं मिलता है.

विदेशी पर्यटकों की संख्या में आई गिरावट

कार्डोज़ो बताते हैं कि थाईलैंड वर्तमान में पर्यटकों से भरा हुआ है. कोरोना के बाद रूस-यूक्रेन और पश्चिम एशिया में युद्धों को दुनिया के इस हिस्से में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट के लिए दोषी ठहराया गया था. इस चर्चा के बीच, गोवा सरकार ने एक खंडन जारी किया, जिसमें कहा गया कि राज्य की तुलना श्रीलंका जैसे देश से करना गलत हो सकता है. सरकार ने कहा कि 2023 में 80 लाख से अधिक घरेलू आगंतुकों के साथ जो कि महामारी से पहले के आंकड़ों से अधिक है. सरकार ने यह भी कहा कि पिछले साल 4.5 लाख विदेशी पर्यटक गोवा आए थे.

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