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कहां छुपे हैं एलियंस? अब मिल सकेंगे इनके निशान, वैज्ञानिकों ने खोले चौंकाने वाले राज़

जब भी हम आकाश की ओर देखते हैं, तो एक सवाल बार-बार मन में उठता है कि क्या दूर किसी ग्रह पर हमारे जैसे या हमसे अलग कोई और मौजूद है? इन्हीं सवालों से जुड़ा है एलियन शब्द. एलियन्स ऐसे काल्पनिक या संभावित जीव हैं, जो पृथ्वी से बाहर, किसी अन्य ग्रह, चंद्रमा या आकाशीय पिंड पर रहते हैं. विज्ञान में इन्हें बाह्य-जैविक जीवन कहा जाता है.

कहां छुपे हैं एलियंस? अब मिल सकेंगे इनके निशान, वैज्ञानिकों ने खोले चौंकाने वाले राज़
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( Image Source:  Freepik )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 8 Jun 2025 6:48 PM IST

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी पृथ्वी के बाहर कहीं दूर के ग्रहों पर भी जीवन हो सकता है? क्या वहां सच में कोई एलियन मौजूद हैं? यह सवाल वैज्ञानिकों के लिए सदियों से एक बड़ा रहस्य रहा है. लेकिन अब यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के खगोल भौतिकीविद् डैनियल अपाई और उनकी टीम ने एक ऐसा नया तरीका खोज निकाला है, जो इस सवाल के जवाब लेकर आए हैंय

अब तक वैज्ञानिक एक्सोप्लैनेट्स यानी हमारे सौरमंडल से बाहर के ग्रहों पर जीवन की खोज के लिए सिर्फ यह देखते थे कि वहां पानी है या नहीं. क्योंकि माना जाता था कि पानी के बिना जीवन संभव नहीं है, लेकिन डैनियल अपाई की टीम ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया है. उनका मॉडल जीवन की संभावनाओं को मापने के लिए सिर्फ पानी नहीं, बल्कि तापमान, पर्यावरण और जीवों की जैविक जरूरतों को भी ध्यान में रखता है.

क्या एलियन्स मिलेंगे?

अपाई ने इस बारे में बताया कि अब उन्होंने इस सवाल को बदलकर आसान कर दिया है. अब हमारा सवाल यह नहीं होता कि क्या दूसरे ग्रह पर जिंदगी है या नहीं बल्कि अब यह देखा जाता है कि क्या कोई खास जीव वहां के हालात में जीवित रह सकता है. उन्होंने एक कंप्यूटर मॉडल विकसित किया है, जो ग्रह की स्थिति और जीवों की जरूरतों का मिलान करता है. इस मॉडल के माध्यम से जीवन की संभावना का आकलन किया जा सकता है, जिसमें एक सटीक प्रतिशत के रूप में संभावना का अनुमान लगाया जा सकता है. अगर भविष्य में हमें कहीं दूर मिथेनोजन्स जैसे जीव मिल जाते हैं, तो यह साबित होगा कि हमारा ब्रह्मांड कितना विशाल और रोमांचक है. और हो सकता है एक दिन हम जटिल एलियन सभ्यताओं से भी मिलें.

TRAPPIST-1e: 69% जीवन संभव

इस मॉडल का इस्तेमाल कर टीम ने TRAPPIST-1e नाम के एक ग्रह की जांच की. यह ग्रह हमारे सौरमंडल से केवल 40 प्रकाश वर्ष दूर है. उन्होंने देखा कि मिथेनोजन्स जैसे सूक्ष्म जीव, जो बिना ऑक्सीजन के भी जीवित रह सकते हैं. वहां 69% संभावना के साथ रह सकते हैं. यह खोज वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ा संकेत है कि ऐसे ग्रहों पर और रिसर्च की जानी चाहिए.

नासा का एलियन अर्ब्स प्रोजेक्ट

यह रिसर्च नासा के एलियन अर्ब्स प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो आसपास के तारों के ग्रहों को खोजने और उनका अध्ययन करने पर काम करता है. इस फ्रेमवर्क ने वैज्ञानिकों को जीवन की खोज में एक नया नजरिया दिया है. अब वे सिर्फ पानी की तलाश नहीं करेंगे, बल्कि ग्रह के तापमान, वायुमंडल और जीवों की जरूरतों पर भी ध्यान देंगे.

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