मेट्रो स्टेशन बना OYO ROOM! प्लेटफॉर्म पर कपल का अश्लील हरकत करने का Video Viral, यूजर्स बोले- अच्छा है मैं अंधा हूं...
बेंगलुरु मेट्रो स्टेशन पर एक कपल का पब्लिक डिस्प्ले ऑफ अफेक्शन (PDA) वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में लड़का अपनी गर्लफ्रेंड की जर्सी के अंदर हाथ डालता दिख रहा है, वो भी प्लेटफॉर्म पर खड़े अन्य यात्रियों के बीच. यह घटना लोगों के लिए असहज साबित हुई और इस पर सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त बहस छिड़ गई.

बेंगलुरु के मेट्रो स्टेशन पर एक कपल का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है, जिसमें वो लाइन में खड़े-खड़े कुछ extra close moments शेयर करते नज़र आ रहे हैं. लेकिन ये रोमांटिक मोमेंट अब बन गया है एक बड़ा सोशल डिबेट. इस वीडियो में लड़का अपनी गर्लफ्रेंड की जर्सी के अंदर हाथ डालकर way too personal हो जाता है और ये सब मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर हो रहा है, जहां आसपास फैमिलीज़, बुज़ुर्ग और बच्चे भी मौजूद थे.
वीडियो को ‘Karnataka Portfolio’ नाम के अकाउंट से X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया गया, साथ में कैप्शन था. बेंगलुरु अब दिल्ली मेट्रो की राह पर? मेट्रो स्टेशन पर ओवरबोर्ड होता प्यार, सवाल खड़े करता है डीसेंसी पर! सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन. कुछ लोग भड़के. 'ये पब्लिक प्लेस है, प्राइवेट बेडरूम नहीं!' कुछ ने कहा कि लव इज कूल, लेकिन लोकेशन सही होनी चाहिए. वहीं कुछ यूज़र्स ने वीडियो में कपल का चेहरा ब्लर न करने पर भी सवाल उठाया. 'ये प्राइवेसी का उल्लंघन है, ट्रोलिंग की खुली दावत मत दो!' वहीं एक यूजर्स ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि अच्छा है मैं अंधा हूं.
क्या ये सिर्फ 'दो लोगों की पर्सनल चॉइस' है या फिर पब्लिक प्लेस में बेसिक सेंस ऑफ बाउंड्री ज़रूरी है? BMRCL की ओर से अभी तक कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं आया है, लेकिन पब्लिक डोमेन में ये बहस गरम है, क्या इमोशन्स का कोई टाइम और जगह होना चाहिए? क्या आज की जनरेशन को boundaries की रीडिफाइनिंग की ज़रूरत है? और क्या डिजिटल वर्ल्ड में हर पल कैमरे से बचकर चलना होगा?'
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
एक वायरल पोस्ट में लिखा गया, 'यह बेहद निराशाजनक और चिंताजनक है कि कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर किस तरह का आचरण कर रहे हैं। खासतौर पर मेट्रो जैसे सार्वजनिक स्थल पर इस तरह का व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है. पोस्ट में आगे कहा गया, “सार्वजनिक स्थल सभी के लिए होते हैं – बच्चों, महिलाओं, परिवारों और बुजुर्गों के लिए. ऐसे में इन्हें निजी जगहों की तरह इस्तेमाल करना न सिर्फ अनुचित है, बल्कि शालीनता और सामाजिक समझ की कमी को भी दर्शाता है.
हालांकि, कुछ लोगों ने इस भावना का समर्थन करते हुए कहा कि स्नेह और अशोभनीय व्यवहार के बीच की रेखा नहीं लांघनी चाहिए. वहीं, कई यूज़र्स ने इस बात पर आपत्ति जताई कि वीडियो को बिना चेहरा ढके इंटरनेट पर अपलोड किया गया. एक यूज़र ने लिखा, 'ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें सार्वजनिक स्थानों में मर्यादित व्यवहार की सीख दी जानी चाहिए, लेकिन उनकी पहचान सोशल मीडिया पर उजागर करना सही नहीं है.