मनमोहन सिंह के पांच विदेशी 'यार', जिनके साथ दोस्ती का मिला भारत को फायदा; लिस्ट में ओबामा-पुतिन भी शामिल
Manmohan Singh 5 Foreign Friends: देश के 14वें प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे. वे अपनी दोस्ती निभाने के लिए जाने जाते थे. यही वजह है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वे अपने बचपन के दोस्त राजा मोहम्मद अली से मिलने 2008 में पाकिस्तान गए थे. आइए, आज हम आपको उनके पांच विदेशी 'यारों' के बारे में बताते हैं, जिनके साथ दोस्ती का फायदा भारत को मिला...

Manmohan Singh 5 Foreign Friends: देश के 14वें प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को निधन हो गया. उन्होंने 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उन्हें रात 8 बजकर 6 मिनट पर दिल्ली एम्स लाया गया था, जहां 9 बजकर 51 मौत पर उनका निधन हो गया. अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को किया जाएगा. उनके निधन पर देश और विदेश के नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है. आइए, जानते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री के विदेश के किन नेताओं के साथ घनिष्ट संबंध रहे, जिन्हें वे अपना दोस्त मानते थे.
मनमोहन सिंह के अंतरराष्ट्रीय दोस्तों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई देशों के नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हैं, जिनमें अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका और रूस शामिल हैं. जिन नेताओं के साथ मनमोहन सिंह के घनिष्ठ संबंध रहे, उनमें बराक ओबामा, टोनी ब्लेयर, व्लादिमीर पुतिन, नेल्सन मंडेला और हू जिंताओ शामिल हैं. पूर्व पीएम अपनी दोस्ती निभाने के लिए जाने जाते हैं. वे प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने बचपन के दोस्त राजा मोहम्मद अली से मिलने 2008 में पाकिस्तान गए थे.
1- बराक ओबामा
बराक ओबामा का मनमोहन सिंह के साथ मजबूत संबंध रहा है. ओबामा के कार्यकाल में सिंह व्हाइट हाउस भी गए थे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया था. अपनी किताब 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' में ओबामा ने कहा है कि जब मनमोहन सिंह बोलते हैं तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है. वे एक काम बोलने वाले इंसान थे. उन्होंने मनमोहन सिंह को भारत के आर्थिक विकास के मुख्य शिल्पकार के साथ बुद्धिमान और ईमानदार व्यक्ति बताया.
2- टोनी ब्लेयर
टोनी ब्लेयर ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री हैं. वे 2005 में भारत आए थे. राजस्थान के उदयपुर में 8 सितंबर को वे मनमोहन सिंह के साथ विशेष शिखर वार्ता में शामिल हुए थे. ब्लेयर के साथ मनमोहन सिंह के घनिष्ठ संबंध रहे हैं.
3- व्लादिमीर पुतिन
मनमोहन सिंह के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मजबूत संबंध रहे हैं. उन्होंने दिसंबर 2012 में पुतिन से मुलाकात की थी. . इस दौरान परमाणु विद्युत संयंत्र की इकाईयों पर बातचीत हुई थी. पुतिन ने एक बार 16 वीं शताब्दी के मानचित्र और मुगल काल का एक सिक्का भेंटकर मनमोहन सिंह को चौंका दिया था.
4- नेल्सन मंडेला
नेल्सन मंडेला के साथ भी मनमोहन सिंह के अच्छे संबंध थे. दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर उन्होंने मंडेला से भी मुलाकात की थी. मंडेला को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के साथ ही भारत रत्न दिया गया था. भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही ब्रिक्स के सदस्य हैं. दोनों देशों के बीच आपसी संबंध अच्छे रहे हैं. मंडेला के निधन पर मनमोहन सिंह ने कहा था कि जितना नुकसान दक्षिण अफ्रीका को हुआ है, उतना ही भारत को भी हुआ है. वे एक सच्चे गांधीवादी थे.
5- हू जिंताओ
चीनी राष्ट्रपति हूं जिंताओं के साथ मनमोहन सिंह के अच्छे संबंध रहे थे. अप्रैल 2011 में दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई थी. दोनों नेताओं की यह बैठक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई थी. इस दौरान मनमोहन सिंह ने चीन के साथ व्यापार में भारी असंतुलन को लेकर भारत की चिंताओं को उठाया था. उन्होंने कहा कि हम चीन के साथ रणनीतिक और आर्थिक भागीदारी मजबूत बनाना चाहते हैं.
अमेरिका, रूस और चीन ने निधन पर व्यक्त किया शोक
रूस, चीन और अमेरिका समेत कई देशों के राजदूतों ने शुक्रवार को मनमोहन सिंह के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को एक 'उत्कृष्ट नेता' के रूप में सराहा और भारत के विकास के प्रति उनके समर्पण को स्वीकार किया. भारत में फ्रांसीसी दूतावास ने एक्स पर साझा किया कि उनके नेतृत्व ने भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत किया और फ्रांस के साथ संबंधों को मजबूत किया.