Begin typing your search...

महायुति और महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग पर लगी मुहर! जानिए किसे मिलेगी कितनी सीटें?

Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा को लेकर बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) गठबंधन के सीट शेयरिंग पर फाइनल मुहर लग गई है. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटें जीती थीं.

महायुति और महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग पर लगी मुहर! जानिए किसे मिलेगी कितनी सीटें?
X
Maharashtra Assembly Elections 2024
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 22 Oct 2024 8:20 PM IST

Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर 20 नवंबर को वोटिंग होने वाली है. इससे पहले महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फाइनल मुहर लग गई है. तमाम बैठकों के बाद सीटों को लेकर पार्टियों के बीच सुलह हो गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महायुति में बीजेपी 156 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

महाविकास अघाड़ी ने भी सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझा लिया है. शिवसेना को 78 से 80 और अजित पवार की NCP को 53 से 54 सीटें मिली है. चुनावों से पहले अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटी है. जबकि एमवीए में कांग्रेस 110-115 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं उद्धव की सेना को 90-95 सीटें मिलगी तो शरद पवार की एनसीपी 75-80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे. राज्य के वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. भाजपा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में है.

भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना-यूबीटी के महा विकास अघाड़ी गठबंधन से चुनौती मिल रही है, जो लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद कर रहा है, विपक्षी एमवीए गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 31 सीटें जीती थीं.

महाराष्ट्र की सत्ता में हुई उलटफेर

पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि, चुनाव के बाद एनडीए से अलग होकर शिवसेना ने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली.

फिर जून 2022 में शिवसेना के अंदर कलह की खबर के बीच एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़कर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई, जिसमें वह सीएम हैं. एनसीपी भी शरद पवार और अजित पवार में दो गुट में बंट गई है.

अगला लेख