Maharashtra CM: फडणवीस आज लेंगे सीएम पद की शपथ, आखिर कैसे मान गए नाराज शिंदे?
Maharashtra CM: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में यह देवेंद्र फडणवीस का तीसरा कार्यकाल होगा. वे अक्टूबर 2014 से नवंबर 2019 तक इस पद पर रहे. हालांकि, उनका दूसरा कार्यकाल 23 से 28 नवंबर 2019 तक केवल पांच दिनों तक चला था.

Maharashtra CM: भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) आज महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. उनके शपथ के साथ ही शीर्ष पद पर कौन होगा? इस पर दो सप्ताह से अधिक समय से चल रहा गतिरोध आखिरकार खत्म हो जाएगा. राज्य में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की थी.
इन सबके बीच सवाल ये उठ रहा है कि आखिर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) कैसे मान गए? 3 नवंबर 2024 की शाम सीएम आवास 'वर्षा' पर आखिर क्या हुआ, तो नाराज एकनाथ शिंदे एक झटके में मान गए. माहाराष्ट्र के होने वाले 'बॉस' देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे को क्या मंत्र दे दिया, जिसके सहारे सरकार गठन का रास्ता साफ हो गया. शिंदे अपनी मांग पर अड़े रहे और नाराज होकर अपने गृहनगर चले गए और अब आखिरकार उनके 'परम मित्र' ने उन्हें मना ही लिया.
आखिर कैसे माने शिंदे?
हालांकि, ये सिर्फ सीएम पद को लेकर बात बनी है, लेकिन अभी शिंदे और उनकी पार्टी का क्या रोल होगा इसे लेकर बात स्पष्ट नहीं हुई है. कुछ मीडिया रिपोर्ट ये भी बता रहे हैं कि शिंदे ने डिफ्टी सीएम के पद को स्वीकार करने की ओर इशारा किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने कहा था कि उन्होंने शिंदे से सरकार में रहने का अनुरोध किया है.
देवेंद्र फडणवीस, जब सीएम आवास पहुंचे थे, तब उन्होंने शिंदे के साथ एक डील रखी कि ढाई साल पहले फडणवीस ही थे, जिन्होंने शिंदे के सीएम बनने का रास्ता साफ किया था. उन्होंने अपना सीएम की कुर्सी शिंदे के लिए छोड़ी थी. इसी को लेकर अगले दिन हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में एकनाथ शिंदे ने कहा था कि 'मैं फडणवीस को बधाई देता हूं.' इसी से साफ हो गया कि महाराष्ट्र का अगला सीएम फडणवीस होंगे.
फडणवीस आज लेंगे शपथ
5 नवंबर 2024 की शाम 5 बजे मुंबई के आज़ाद मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के शीर्ष नेता शामिल होंगे. 54 वर्षीय फडणवीस का मुख्यमंत्री के रूप में यह तीसरा कार्यकाल होगा. उन्होंने पहली बार अक्टूबर 2014 से नवंबर 2019 तक सीएम पद पर कार्य किया और 44 साल की आयु में राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने. उनका दूसरा कार्यकाल केवल पांच दिनों तक चला 23 से 28 नवंबर 2019 तक, जब शिवसेना, भाजपा के साथ गठबंधन से बाहर हो गई.