दाढ़ी कटवाने पर मिलेगा डिग्री कोर्स में एडमिशन, नाराज कश्मीरी छात्र ने धार्मिक पक्षपात का लगाया आरोप, CM से...
Medical Center and Hospital Coimbatore: कश्मीरी डॉक्टर ने विवाद बढ़ने के बाद कहा कि बोर्ड ने मुझे 26 जून तक तमिलनाडु के कोवई मेडिकल सेंटर में शामिल होने के लिए कहा है, लेकिन मेरी दाढ़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. अब मैं मानसिक रूप से वहां एडमिशन लेने के लिए तैयार नहीं हूं. मैं भविष्य में कोई समस्या नहीं चाहता.

तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के एक निजी अस्पताल से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने जम्मू कश्मीर के मुस्लिम डॉक्टर को सुपर स्पेशियलिटी डिग्री कोर्स में केवल इसलिए एडमिशन देने से इनकार कर दिया कि छात्र दाढ़ी रखता है. प्रबंधन के कहने पर भी उसने दाढ़ी कटवाने से इनकार कर दिया. कॉलेज प्रबंधन ने डॉक्टर से कहा कि पहले दाढ़ी कटवाओं के आओ, फिर एडमिशन देंगे.
कोयंबटूर के कोवई मेडिकल सेंटर एंड हॉस्पिटल के इस रुख से परेशान कश्मीरी डॉक्टर ने डॉक्टरेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डॉ.एनबी) की सीट छोड़ दी. उसका कहना है कि उनसे कथित तौर पर दाढ़ी कटवाने के लिए कहा गया था, उसके बारे में उनका कहना है कि यह उनके धर्म का एक अनिवार्य हिस्सा है. प्रबंधन से इस रुख से नाराज छात्र ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.
दाढ़ी न रखना ड्रेस कोर्ड में शामिल
डॉक्टर का कहना है , "मैं 17 जून को कॉलेज में एडमिशन के लिए गया था, लेकिन मेरी लंबी दाढ़ी देखकर कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि मुझे संस्थान के प्रमुख से मिलना चाहिए, क्योंकि उनके ड्रेस कोड में दाढ़ी रखने की इजाजत नहीं है."
कश्मीरी डॉक्टर के मुताबिक नेफ्रोलॉजी विभाग के शिक्षकों ने मुझे बताया कि उन्हें मेरी दाढ़ी से कोई समस्या नहीं है, लेकिन निर्णय अध्यक्ष को लेना है. मैं शीर्ष अधिकारियों से मिला, जिन्होंने मुझे साफ शब्दों में बताया कि दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं है. चूंकि यह मेरे धर्म के खिलाफ था, इसलिए मैंने एडमिशन नहीं लेने का फैसला लिया.
फिलहाल, बोर्ड ने कश्मीरी को बताया है कि 26 जून तक तमिलनाडु के कोवई मेडिकल सेंटर में शामिल होने के लिए कहा है, लेकिन मेरी दाढ़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. शिकायतों के बाद, वहां पढ़ने वाले एक दोस्त ने मुझे मैसेज किया है कि मैं (अपनी दाढ़ी मुंडवाए बिना) शामिल हो सकता हूं, लेकिन अब मैं मानसिक रूप से वहां एडमिशन लेने के लिए तैयार नहीं हूं. मैं भविष्य में कोई समस्या नहीं चाहता. मैं चाहता हूं कि मेरी 2 लाख रुपये की सुरक्षा जमा राशि तीसरे दौर (परामर्श) के लिए स्वीकार की जाए, अन्यथा, मुझे एडमिशन के लिए फिर से पैसे का इंतजाम करना होगा."
डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि उन्हें कोवई मेडिकल सेंटर एंड हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी विभाग में डॉक्टरेट ऑफ नेशनल बोर्ड (DrNB) डिग्री कोर्स के लिए NEET सुपर-स्पेशियलिटी काउंसलिंग के दूसरे दौर में चुना गया था. यह एक निजी संस्थान है, लेकिन उन्हें NEET पास करने के बाद प्रवेश मिला.