ममता बनर्जी करती रहीं इंतज़ार, डॉक्टरों ने कहा- चाय तभी पिएंगे जब मिलेगा न्याय, जारी रखा आंदोलन
कोलकाता रेप मर्डर केस में सीबाआई ने संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही, शनिवार को ममता बनर्जी की मीटिंग में कोई फैसला नहीं निकल पाया है. ऐसे में स्वास्थ्य भवन के बाहर आंदोलन जारी रखा है.

RG मेडिकल कॉलेज में 31 साल की पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ अस्पताल में बेरहमी से बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने जूनियर डॉक्टरों के साथ चाय की पेशकश रखी थी, जिसे डॉक्टर्स ने ठुकराते हुए कोलकाता में अपना आंदोलन जारी रखा. डॉक्टर्स कहा कि वे चाय तभी पिएंगे जब न्याय मिलेगा.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ. अकीब ने कहा, "हमें कालीघाट में आधिकारिक वार्ता के लिए आने के लिए कहा गया था; हम वहां गए. जब हम वहां गए, तो हमने अपनी मांग के साथ समझौता भी किया कि बैठक लाइव होनी चाहिए."
लाइव रिकॉर्डिंग के लिए किया इंकार
मुख्यमंत्री बाहर आए और हमसे चाय पर बैठक करने का अनुरोध किया - लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि 'हम चाय तभी पीएंगे जब न्याय मिलेगा'. बाद में हमने रिकॉर्डिंग की मांग भी छोड़ दी और सिर्फ़ बैठक के लिए समय मांगा, लेकिन हमें बताया गया कि देरी हो चुकी है और अब कुछ नहीं किया जा सकता."
संदीप घोष को किया गया गिरफ्तार
13 सितंबर को सीबीआई ने इस केस में पुलिस अधिकारी और आरजी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को एफआईआर दर्ज करने में देरी और कथित तौर पर सबूतों से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस पर डॉक्टर अकीब ने कहा कि संदीप घोष को गिरफ्तार करना इस बात का सबूत है कि उनके मांगे सही हैं. उन्होंने जो किया वह एक संस्थागत अपराध है. हम चाहते हैं कि अपराध में शामिल सभी लोग अपने पद से इस्तीफा दें.
बिना समाधान के खत्म हुई बैठक
डॉ अकीब ने बताया कि मुख्यमंत्री के बैठक में बिना समाधान के लिए खत्म हो गई. यहां तक कि सरकार ने जूनियर डॉक्टरों के रिकॉर्डिंग की मांग भी ठुकरा दी.डॉक्टर मंगलवार से ही स्वास्थ्य भवन के बाहर कई मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं, जिसमें सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा और आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में अधिकारियों को हटाना शामिल है.