देश के अन्नदाताओं के लिए संजीवनी बनेगा 'किसान कवच', जानें हर डिटेल
किसानों को कीटनाशकों से बचाने के लिए एक नई पहल की गई है. किसानों के लिए किसान कवच (kisan kavach) को लॉन्च किया जा रहा है. यह एक स्वदेशी और सूती कपड़े से बना है और इसमें ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया गया है जो संपर्क में आते ही कीटनाशकों को खत्म करने में सक्षम है.
What Is kisan kavach: केंद्र सरकार किसानों के हित के लिए हमेशा नई-नई योजनाओं की शुरुआत करती है. किसानों को बेहतर फसल के उत्पादन के लिए आर्थिक मदद भी प्रदान की जाती है. अब उन्हें कीटनाशकों से बचाने के लिए एक नई पहल की गई है. किसानों के लिए किसान कवच (kisan kavach) को लॉन्च किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, नई दिल्ली में मंगलवार यानी आज केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह किसान कवच को लॉन्च करेंगे. यह एक स्वदेशी और सूती कपड़े से बना है और इसमें ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया गया है जो संपर्क में आते ही कीटनाशकों को खत्म करने में सक्षम है.
क्या है किसान कवच?
किसानों की सेहत को देखते हुए और उन्हें हेल्थ संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए किसान कवच को लाया जा रहा है. यह एक बॉडीसूट है जिसे पहनकर खेती कार्य कर सकते हैं. इससे किसी भी तरह की हेल्थ प्रॉब्लम से बचा जा सकता है. इसमें ऐसे कपड़े और तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो कीटनाशक को शरीर में घुसने से पहले ही नष्ट कर देते हैं. इस बॉडीसूट को बार-बार धोकर भी उपयोग में लाया जा सकता है. इस बॉडीसूट को बेंगलुरु की कंपनी BRIC Instem ने सेपियो हेल्थ प्राइवेड लिमिटेड के सहयोग से बनाया है. कंपनी ने कहा कि यह बॉडीसूट किसानों को कीटनाशकों से होने वाले स्वास्थ्य खतरों से बचाने में मदद करेगा.
किसानों को होती है ये समस्याएं
एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 30 करोड़ किसान केमिकल युक्त कीटनाशकों और दवाओं के संपर्क में आते हैं. वह त्वचा, सांस समेत अन्य स्कीन संबंधी बीमारियों को शिकार हो रहे हैं. किसान खेतों में छिड़काव करते समय त्वचा और नाक के रास्ते जहरीले कीटनाशकों के संपर्क में आते हैं. बता दें कि कीटनाशकों में न्यूरोटॉक्सिन होते हैं जो ह्यूमन बॉडी को खतरनाक बीमारियों से ग्रसित कर देते हैं. इससे सिर दर्द, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द जैसी अन्य समस्याएं हो जाती हैं.
कब तक कर सकते हैं इस्तेमाल?
किसान इस बॉडीसूट को आसानी से धोकर इस्तेमाल कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल एक साल तक किया जा सकता है. किसान कवच को लेकर एक अध्ययन भी किया गया है. कपड़े का असर जानने के लिए वैज्ञानिकों ने 10 चूहों पर एक स्टडी की. इसमें पाया गया कि इसे पहनने से किसानों के लिए कीटनाशकों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा काफी कम हो सकता है. इसलिए इसे किसान कवच नाम दिया गया है.





