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KBC online scam: नेक्सन कार का वादा, 11 लाख रुपये का झटका, ऑनलाइन लूट गए स्कैमर

KBC online scam: ठगी के शिकार को भरोसा दिलाया गया कि उसने नेक्सन कार जीत ली है, लेकिन बाद में वह धोखे के जाल में फंस गया.

KBC online scam: नेक्सन कार का वादा, 11 लाख रुपये का झटका, ऑनलाइन लूट गए स्कैमर
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सचिन सिंह
by: सचिन सिंह

Updated on: 7 Sept 2024 2:01 PM IST

KBC online scam: 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) जीतने की खबर के साथ कई कॉल्स और मैसेज तो आपको भी मिले होंगे. इस ठगी के बड़े स्कैम का कई बार खुलासा भी होता है. अब हाल में ही हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. इसमें एक स्थानीय व्यक्ति एक बड़े ऑनलाइन घोटाले में 11 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गया.

दरअसल, पीड़ित से लोकप्रिय गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) में पुरस्कार जीतने का झूठा वादा किया गया था. पीड़ित को यह भी कहा गया था कि उसने नेक्सन कार जीती है. इसी लालच में फंसकर उसने 11 लाख रुपये गंवा दिए. पीड़ित को सबसे पहले एक वेब लिंक मैसेज के माध्यम से मिला. लिंक पर क्लिक करने और कई सवालों के जवाब देने के बाद उन्हें बताया गया कि उन्होंने नेक्सन कार जीती है.

कार के बदले कैश और फिर ठगी का आरंभ

इसके बाद स्कैमर ने तुरंत ही कार के बदले 8.5 लाख रुपये कैश देने की बात कही. फिर उसने रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1200 रुपये की मांग की, जिसे पीड़ित ने तुरंत ट्रांसफर कर दिया. जैसे-जैसे स्कैम आगे बढ़ा स्कैमर ने कई लेन-देन के माध्यम से अतिरिक्त भुगतान की मांग जारी रखी और अंततः पीड़ित से 11 लाख रुपये की ठगी कर ली.

पीड़ित को जब एहसास हुआ कि उसके साथ स्कैम किया गया है. उसने स्थानीय साइबर पुलिस स्टेशन में घटना की सूचना दी. उसकी शिकायत के बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की. घोटाले से जुड़े कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया और 2 लाख रुपये की राशि पर रोक लगा दी. सहायक पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने साइबर अपराध पुलिस द्वारा चल रही जांच की पुष्टि की.

एएसपी कुमार ने बताई घटना की सच्चाई

एएसपी कुमार ने बताया कि एक सुनार की दुकान पर काम करने वाले व्यक्ति को केबीसी में प्रवेश से संबंधित घोटाले में 11 लाख रुपये का चूना लगाया गया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने बैंक खातों को फ्रीज करके 2 लाख रुपये की वसूली के लिए कदम उठाए हैं. पीड़ित ने फेसबुक पर केबीसी का फर्जी लिंक प्राप्त करने के बाद पैसे भेजना जारी रखा. मामला अब साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के पास है और आगे की जांच चल रही है.

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