भक्ति की राह पर बवाल क्यों? कांवड़ियों की गुंडागर्दी के वायरल वीडियो से मचा बवाल, उत्तराखंड से लेकर यूपी तक तनाव
कांवड़ यात्रा 2025 के दौरान हरिद्वार, रुड़की और मुज़फ्फरनगर जैसे इलाकों में हिंसा और तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां कांवड़ियों ने मामूली सड़क हादसों के बाद वाहनों पर हमला किया और लोगों से मारपीट की. हरिद्वार में स्कॉर्पियो तोड़ने के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए, जबकि मुज़फ्फरनगर में बाइक सवार को पीटा गया. पुलिस ने CCTV और वायरल वीडियो के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है. धार्मिक यात्रा के दौरान बढ़ती अराजकता प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है.

Kanwar Yatra 2025 clashes: दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तराखंड और यूपी तक कांवड़ यात्रा के दौरान झड़पें और तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं. कई जगहों पर लोग बुरी तरह घायल हुए और वाहनों को क्षति पहुंची. पुलिस ने कई कांवड़ियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लिया है. इसका वीडियो भी सामने आया है.
ऐसा कहा जाता है कि समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों में से एक विष को भगवान शंकर ने पी लिया था. यह विष उनके गले में अटक गया, जिससे उन्हें बहुत पीड़ा का अनुभव करना पड़ा. उस पीड़ा को शांत करने के लिए सावन के महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है. इसी से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हुई, लेकिन कांवड़ियों के द्वारा कई जगहों पर मारपीट की घटनाएं हैरान करने वाली हैं. आइए, इन सबके बारे में विस्तार से जानते हैं...
हरिद्वार-रुड़की स्कॉर्पियो तोड़फोड़
रुड़की-हरिद्वार हाईवे (Belda गांव) पर देर शाम एक SUV (स्कॉर्पियो) को कांवड़ियों ने डंडों से भारी नुकसान पहुंचाया और ड्राइवर को भी पीटा.इस पर हरिद्वार पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी गाजियाबाद के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है कि हर श्रद्धालु का स्वागत है, लेकिन उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
हरिद्वार में कार तोड़फोड़
हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में एक SUV कार को निशाना बनाते हुए उसके कांच को तोड़ दिया गया. पुलिस ने तीन उपद्रवियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस शिवभक्तों की सेवा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन उपद्रवियों से कोई नरमी नहीं है.
मुज़फ्फ़रनगर में बाइक सवार पर हमला
यूपी के मुज़फ्फ़रनगर में एक बाइक कांवड़ियों से टकरा गई. इससे गुस्सा होकर कांवड़ियों ने बाइक सवार को जमकर पीटा और उसकी बाइक तोड़ दी.
बड़ा सवाल: क्यों बढ़ रही हिंसा?
- भीड़ पर कम नियंत्रण के कारण छोटे हादसे बड़े संघर्ष में बदल रहे हैं.
- प्रोटोकॉल एवं सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त रूप से लागू नहीं हो पा रहे.
- सांप्रदायिक और सामाजिक तनाव भी ऐसे मामलों में उभरते दिख रहे हैं.
प्रशासन का रुख: कड़ी कार्रवाई यानी कानून-व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश
उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार में तुरंत तीन आरोपियों को हिरासत में लिया और वीडियो के आधार पर कार्रवाई की. यूपी पुलिस ने गाजियाबाद, मुज़फ्फ़रनगर, सहारनपुर में भी सख्त रवैया अपनाया. इन राज्यों ने CCTV, ड्रोन, और पुलिस की भारी तैनाती से भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने की तैयारी कर रही है.
कांवड़ यात्रा का सांस्कृतिक महत्व, लेकिन व्यवस्था चुनौती
कांवड़ यात्रा हिंदू धर्म में शिवभक्ति का अनमोल पर्व है, जिसे लाखों श्रद्धालु मनाते हैं, लेकिन इस दौरान छोटी-छोटी घटनाएं, भीड़ और कम सुरक्षा व्यवस्था होने पर बड़े संघर्ष तक पहुंच जाती हैं. यही वजह है कि ऐसी घटनाएं दिल दहला रही हैं, न सिर्फ हिंसा की वजह से बल्कि इस बात से भी कि गंगा जल के सम्मान के साथ यात्रियों और आम जनता की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है.