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'2 या 3 बच्चे पैदा करो नहीं तो धरती से लुप्त हो जाएगा समाज'; जनसंख्या गिरावट पर बोले मोहन भागवत

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, 'जनसंख्या में गिरावट चिंता का विषय है. आधुनिक जनसंख्या विज्ञान कहता है कि जब किसी समाज की जनसंख्या (प्रजनन दर) 2.1 से नीचे चली जाती है, तो वह समाज धरती से लुप्त हो जाता है. कोई संकट नहीं है. इस तरह से कई भाषाएं और समाज नष्ट हो गए. जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए.

2 या 3 बच्चे पैदा करो नहीं तो धरती से लुप्त हो जाएगा समाज; जनसंख्या गिरावट पर बोले मोहन भागवत
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 1 Dec 2024 3:50 PM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने जनसंख्या नीति को लेकर एक अहम बयान दिया है. उन्होंने रविवार को महाराष्ट्र में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि जनसंख्या की औसत वृद्धि दर 2.1 प्रतिशत से नीचे नहीं गिरनी चाहिए. भागवत ने यह भी कहा कि यह हमारे लिए आवश्यक है कि हर परिवार दो या तीन बच्चे पैदा करे, ताकि जनसंख्या संतुलित रहे और सामाजिक संरचना पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, 'जनसंख्या में गिरावट चिंता का विषय है. आधुनिक जनसंख्या विज्ञान कहता है कि जब किसी समाज की जनसंख्या (प्रजनन दर) 2.1 से नीचे चली जाती है, तो वह समाज धरती से लुप्त हो जाता है. कोई संकट नहीं है. इस तरह से कई भाषाएं और समाज नष्ट हो गए. जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए, हमारे देश की जनसंख्या नीति 1998 या 2002 में तय की गई थी. लेकिन इसमें यह भी कहा गया है कि किसी समाज की जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए. 2.1 से कम नहीं होना चाहिए। हमें दो या तीन से अधिक की आवश्यकता है, यह संख्या महत्वपूर्ण है क्योंकि समाज को जीवित रहना चाहिए.'

मोहन भागवत का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब भाजपा के कई नेता जनसंख्या को कंट्रोल करने की बात कर रहे हैं. देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की बात कर रहे हैं.वहीं, संघ प्रमुख घटती प्रजनन दर को लेकर चिंता जता रहे हैं. कुछ महीने पहले राजस्थान से बीजेपी के विधायक बालमुकुंदाचार्य ने जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने की बात कही थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में जनसंख्या प्रजनन दर में लगातार गिरावट हो रही है. आजादी के बाद 1950 में भारत में जनसंख्या वृद्धि दर 6.2 थी लेकिन अब यह घटकर 2.2 पर पहुंच गई है. अगर ऐसा ही रहा तो 2050 तक भारत में जनसंख्या वृद्धि दर 1.3 रह जाएगी.

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