Republic Day 2025: 26 जनवरी ही क्यों चुनी गई तारीख, परेड से जुड़ी ये बातें नहीं जानते होंगे आप
गणतंत्र दिवस की शुरुआत भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय झंडा फहराने से होती है. इस साल भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों के अलावा इंडोनेशिया से 190 सदस्यीय बैंड टुकड़ी के साथ 160 सदस्यीय मार्चिंग टुकड़ी परेड में भाग लेगी. इस साल गणतंत्र दिवस की थीम 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' है.

हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस दिन भारत में संविधान लागू हुआ था. सिर्फ एक छुट्टी होने से परे यह दिन संविधान के प्रति सोचने और संविधान में निहित लोकतांत्रिक मूल्यों के उत्सव मनाने से जुड़ा है. गणतंत्र दिवस के दिन उन लोगों के बलिदान को याद किया जाता है, जिन्होंने एक समावेशी और धर्मनिरपेक्ष भारत की नींव रखी.
साथ ही, यह स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले कई सेनानियों को याद करने और श्रद्धांजलि देने का दिन है. क्या आप जानते हैं कि गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए 26 जनवरी की ही तारीख चुनी गई? साथ ही, चलिए जानते हैं परेड से जुड़ी कुछ बातें.
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क्यों चुनी गई तारीख?
साल 1930 में इंडियन नेशनल कांग्रेस ने पूर्ण की घोषणा की थी. इस याद में यह तारीख चुनी गई थी. इसमें ब्रिटिश रूल से पूर्ण स्वतंत्रता का आह्वान किया गया था. भारत का संविधान डॉ. बीआर अंबेडकर ने बनाया था. इसमें 1935 के भारत सरकार अधिनियम की जगह ली.
परेड से जुड़ी बातें
पहली बार गणतंत्र दिवस नई नई दिल्ली के इरविन स्टेडियम (अब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम) में हुआ था.नई दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड का भव्य नजारा देखने को मिलता है. इस परेड में भारत की सैन्य शक्ति, डाइवर्स कल्चर और टेक्नोलॉजी में प्रोग्रेस दिखाता है. गणतंत्र दिवस की परेड में अलग-अलग राज्यों की झाकियां निकलती हैं, जिन्हें भारत की सांस्कृतिक विरासत, इतिहास और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए खूबसूरती से सजाया जाता है.
क्यों दिया जाता है राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार?
गणतंत्र दिवस के दिन बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा जाता है. यह पुरस्कार उन बच्चों को दिया जाता है, जिन्होंने किसी का जीवन बचाने या अन्याय के खिलाफ खड़े होने में साहस दिखाया.
पुरस्कारों की घोषणा
पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस पर की जाती है, जिसमें कला, साहित्य, विज्ञान, खेल, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक मामलों जैसे क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है. ये नागरिक सम्मान भारत के राष्ट्रपति देते हैं, जिसमें राष्ट्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाले लोगों का सम्मान दिया जाता है.