मार्क जुकरबर्ग को नोटिस भेजेगी भारत सरकार, क्या माफी मांगेंगे Meta प्रमुख?
मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. दरअसल भारत सरकार जल्द ही उनके खिलाफ नोटिस जारी करने वाली है. इस नोटिस के जवाब में उन्हें संसद समिति की एक टीम से माफी मांगनी पड़ेगी. इसके लिए 20 से 24 जनवरी तक समय दिया जाएगा. इस समय में उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी.

मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. दरअसल केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि वो जुकर्बर्ग को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर गलत जानकारी फैलाने के मामले में नोटिस जारी करने तैयारी कर रही है. आपको बता दें कि जुकरबर्ग ने एक इंटरव्यू में कोविड 19 महामारी पर बातचीत करते हुए भारत सरकार के खिलाफ बयान जारी किया था. जिसे लेकर अब उन्हें माफी मांगनी होगी.
गलत है जुकरबर्ग का बयान
वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक संसद समिटी की एक टीम उन्हें नोटिस जारी करेगी. 20 से 24 जनवरी के बीच मेटा के लोगों को पेश होना होगा. उन्होंने कहा कि संसदीय टीम के सामने उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी भारत के खिलाफ उनका बयान गलत है. अगर जुकरबर्ग ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी उसे किया जाएगा.
सरकारों में विश्वास की कमी
दरअसल एक पॉडकॉस्ट के साथ बातचीत के दौरान जुकरबर्ग कोविड 19 महामारी पर बात कर रहे थे. उन्होंने इस दौरान कहा कि उन्हें लगता है कि महामारी ने कई देशों की सरकारों में विश्वास की कमी पैदा की है. इसी दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र किया और कहा कि भारत जैसे कई देशों में चुनाव हुए और मौजूदा सरकारें हरेक में हार गई. यह बयान सामने आया सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गलत जानकारी और फैक्ट्स की जांच किए बिना ही बयान देने पर प्रतिक्रिया दी.
वहीं भारत सरकार के खिलाफ दिया गए इस बयान की आलोचना हो रही है. भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने भी कहा कि मेरी कमिटि इस गलत जानकारी के लिए मेटा को बुलाएगी. किसी भी लोकतांत्रिक देश की ग़लत जानकारी देश की छवि को धूमिल करती है. इस गलती के लिए भारतीय संसद से तथा यहाँ की जनता से उस संस्था को माफ़ी माँगनी पड़ेगी.