भारत-अमेरिका के बीच जल्द होगी ट्रेड डील? ट्रंप ने अचानक PM मोदी को किया फोन, जानें किन-किन मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को फोन पर बातचीत कर द्विपक्षीय व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और टेक्नोलॉजी सहयोग को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब दोनों देशों के बीच उच्च अमेरिकी टैरिफ़ और कृषि आयात को लेकर लंबे समय से तनाव बना हुआ है. Rick Switzer की भारत यात्रा और US के 'बेस्ट ऑफर' वाले बयान के बाद व्यापार समझौते की उम्मीदें और तेज हुई हैं. वहीं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि डील तभी होगी जब दोनों देशों को समान लाभ मिलेगा.
India US trade deal Modi Trump call: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को फोन पर बातचीत की. यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब वॉशिंगटन की कड़े टैरिफ नीतियों के कारण दोनों देशों के संबंध महीनों से तनाव में चल रहे हैं, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि भारत-अमेरिका ट्रेड डील की दिशा में प्रगति तेज हो रही है. यह कॉल अक्टूबर के बाद दोनों नेताओं की पहली सीधी बातचीत थी. इससे ठीक पहले अमेरिका के डिप्टी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव रिक स्विट्जर ने दो दिवसीय भारत दौरा पूरा किया, जिसमें उन्होंने वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.
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मोदी बोले- बातचीत 'बहुत गर्मजोशी' से भरी
पीएम मोदी ने X पर लिखा, “राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बहुत ही गर्मजोशी भरी बातचीत हुई. हमने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। भारत और अमेरिका वैश्विक शांति व स्थिरता के लिए साथ काम करते रहेंगे.” सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने संबंधों में 'लगातार प्रगति' की सराहना की, लेकिन विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई.
व्यापार वार्ता पर फोकस, गति बनाए रखने पर दोनों देशों का जोर
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फोन पर बातचीत का मुख्य मुद्दा था:
- बिलेट्रल ट्रेड में गति बनाए रखना
- महत्वपूर्ण तकनीकों, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा में सहयोग बढ़ाना
- India-US COMPACT के तहत आपसी साझेदारी को आगे बढ़ाना (COMPACT—Catalysing Opportunities for Military Partnership, Accelerated Commerce & Technology)
दोनों देशों के नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर भी बात की और 'साझा हितों' के मुद्दों पर साथ काम जारी रखने पर सहमति जताई.
अमेरिका ने कहा- इंडिया ने अब तक की सबसे अच्छी पेशकश दी
ट्रेड डील पर अमेरिकी उत्साह भी साफ दिखा. US Trade Representative जैमीसन ग्रीयर ने कहा कि वॉशिंगटन को भारत से 'अब तक का सबसे अच्छा' प्रस्ताव मिला है, हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत कृषि आयात पर सहमत होना मुश्किल बनाता है. इस पर मुंबई में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “अगर वे इतने खुश हैं, तो उन्हें तुरंत हस्ताक्षर कर देने चाहिए. ट्रेड डील वही है जिसमें दोनों पक्षों को लाभ दिखे.” गोयल ने स्पष्ट किया कि वार्ता कई राउंड में आगे बढ़ चुकी है और 'अच्छी प्रगति' हो रही है.
संबंधों में तनाव की पृष्ठभूमि
इस साल की शुरुआत में भारत-अमेरिका संबंध लगभग दो दशक के सबसे निचले स्तर पर थे, जब अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 25% रेसिप्रोकल टैरिफ लगाए और रूस से तेल खरीदने पर 25% अतिरिक्त पेनल्टी लगा दी. दोनों को मिलाकर 50% टैरिफ, जो दुनिया में सबसे हाई है.
आर्थिक सलाहकार का दावा- इस वित्त वर्ष में डील फाइनल
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंथा नागेश्वरन ने कहा, “मुझे हैरानी होगी अगर यह डील वित्त वर्ष खत्म होने से पहले न हो. यह निवेशकों की सेंटीमेंट को भी काफी राहत देगी.” उन्होंने माना कि ट्रेड डील में देरी से मार्केट्स पर दबाव बना है.
भारत का साफ संदेश- राष्ट्रहित पहले
विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही कह चुके हैं कि भारत 'उचित और संतुलित' ट्रेड डील के लिए तैयार है, लेकिन किसानों, छोटे व्यापारियों और मिडिल क्लास के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा. भारत और अमेरिका अभी 'आपसी हितों के बीच सही लैंडिंग पॉइंट' खोज रहे हैं.





