PM Modi और Keir Starmer की मीटिंग में गूंजा खालिस्तानी उग्रवाद का मुद्दा, भारत ने कहा- लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं
भारत और यूके के बीच शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर ने खालिस्तानी उग्रवाद और हिंसक कट्टरपंथ के मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने भारत-यूके संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यापार, रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर भी बात की. इस दौरान भारत ने ब्रिटेन से £350 मिलियन के हल्की मल्टीरोल मिसाइल (LMM) सौदे की घोषणा की, जो भारतीय सेना की वायु रक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगी और उत्तरी आयरलैंड में 700 से अधिक नौकरियां सृजित करेगी.

PM Modi Keir Starmer Meeting on Khalistani extremism: भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के बीच गुरुवार को अहम बैठक हुई. विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस बैठक में खालिस्तानी उग्रवाद और हिंसक कट्टरपंथ के मुद्दों पर भी चर्चा हुई. भारत ने पिछले कुछ समय में यूके में सक्रिय प्रो-खालिस्तान तत्वों की गतिविधियों को लेकर अपनी चिंताएं ब्रिटेन के सामने रखी हैं. विशेष रूप से मार्च 2023 में लंदन में भारतीय हाई कमीशन पर हमले के बाद भारत में इन गतिविधियों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.
MEA सचिव विक्रम मिश्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पीएम मोदी ने स्टारमर को स्पष्ट किया कि किसी भी लोकतांत्रिक समाज में उग्रवाद और हिंसक कट्टरपंथ के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, “हिंसक कट्टरपंथ को समाज द्वारा दिए गए अधिकारों और स्वतंत्रताओं का दुरुपयोग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और दोनों देशों के कानूनी ढांचे के तहत इसके खिलाफ कदम उठाए जाने चाहिए.” बैठक में व्यापार, रक्षा और सुरक्षा, और महत्वपूर्ण तकनीक के क्षेत्र में भारत-यूके साझेदारी को बढ़ावा देने पर भी व्यापक बातचीत हुई.
कीर स्टारमर 8 अक्टूबर की सुबह पहुंचे मुंबई
कीर स्टारमर दो-दिवसीय दौरे पर बुधवार (8 अक्टूबर) की सुबह मुंबई पहुंचे, उनके साथ यूके के 125 प्रमुख व्यापारियों, उद्यमियों और शिक्षा विशेषज्ञों का प्रतिनिधिमंडल था. उनका यह दौरा भारत और यूके के बीच हाल ही में हुए फ्री ट्रेड समझौते के दो-डेढ़ महीने बाद आया है, जिसके तहत बाजार पहुंच बढ़ेगी, शुल्क कम होंगे और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने की उम्मीद है.
भारत और ब्रिटेन ने रक्षा क्षेत्र में किए कई महत्वपूर्ण समझौते
इस दौरे के दौरान भारत और ब्रिटेन ने रक्षा क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण समझौते किए. भारत ने £350 मिलियन ($468 मिलियन) के समझौते के तहत ब्रिटेन से हल्के मल्टीरोल मिसाइलें (Lightweight Multirole Missiles – LMM) खरीदने की घोषणा की. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह सौदा भारतीय वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगा और आत्मनिर्भर भारत के तहत वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करेगा.
'उत्तरी आयरलैंड में 700 से अधिक नौकरियों का होगा सृजन'
यूके रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता उत्तरी आयरलैंड में 700 से अधिक नौकरियों का सृजन करेगा. हल्की मल्टीरोल मिसाइलें, जिन्हें मार्टलेट्स (Martlets) के नाम से जाना जाता है, बेलफास्ट स्थित थेल्स एयर डिफेंस द्वारा विकसित की गई हैं. ये मिसाइलें हवाई, सतह और विविध प्लेटफार्मों के खिलाफ इस्तेमाल की जा सकती हैं और यूक्रेन को भी सप्लाई की जा रही हैं. इसके अलावा, भारत और यूके ने नौसेना जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक पावर्ड इंजनों पर सहयोग बढ़ाने के लिए एक इम्प्लीमेंटिंग एग्रीमेंट पर भी हस्ताक्षर किए.
'ये समझौते दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच गहरे संबंध और नौकरियों के सृजन में मदद करेंगे'
ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा कि ये समझौते दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच गहरे संबंध और नौकरियों के सृजन में मदद करेंगे. इस दौरे के माध्यम से भारत और ब्रिटेन ने न केवल सुरक्षा और व्यापारिक सहयोग को मजबूत किया, बल्कि उग्रवाद और हिंसक कट्टरपंथ के खिलाफ कानूनी ढांचे में कदम उठाने की दिशा में भी स्पष्ट संदेश दिया.