भारत ने कनाडा को दिया मुंहतोड़ जवाब, संजय कुमार वर्मा के अपमान का लिया बदला, जानिए उनके बारे में
कनाडा ने संजय कुमार के साथ अन्य वरिष्ठ राजनयिकों पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया. सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन सभी दावों को खारिज करते हुए वहां से अपने राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया।

Who Is Sanjay Kumar Verma: भारत और कनाडा के बीच घमासान मचा हुआ है. दोनों देशों के रिश्ते इतने निचले स्तर पर कभी नहीं पहुंचे थे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारतीय राजनयिकों पर सिख अलगावादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने के आरोप लगाए जाने के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में खटास आनी शुरू हो गई थी. लेकिन इस बार तो कनाडा ने सारी हदें पार करते हुए भारतीय राजनयिकों से पूछताछ करने तक की मांग कर दी। जिसके बाद बात और बिगड़ गई. कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा व अन्य राजनयिकों पर गंभीर आरोप लगाए.
कनाडा ने संजय कुमार के साथ अन्य वरिष्ठ राजनयिकों पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया. सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन सभी दावों को खारिज किया और उसे ट्रूडो की साजिश बताया.
विदेश मंत्रालय ने वर्मा के पक्ष में रखी बात
विदेश मंत्रालय ने संजय कुमार वर्मा और अन्य राजनयिकों पर लगे आरोपों का खंडन किया. मंत्रालय ने कहा कि राजदूत वर्मा भारत के सबसे वरिष्ठ राजनयिक हैं, जिसका 36 साल का शानदार करियर है. वह जापान और सूडान में राजदूत रह चुके हैं जबकि इटली, तुर्की, वियतनाम और चीन में भी अपनी सेवा दे चुके हैं. कनाडा सरकार द्वारा उनपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है. मंत्रालय ने कहा कि वर्मा का अपमान किया गया है, जिसे भारत बर्दाश्त नहीं करेगा.
कौन हैं संजय कुमार वर्मा?
संजय वर्मा का जन्म 28 जुलाई 1965 में हुआ था. उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल की और फिर फिजिक्स में पीजी डिग्री के लिए दिल्ली आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) पहुंच गए. उनकी पत्नी का नाम गुंजन वर्मा है और उनका एक बेटा व बेटी है. जानकारी के मुताबिक वर्मा को आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, साइबर डिप्लोमेसी में खास रुचि है.
राजनयिक सेवा में रखा कदम
वर्मा ने साल 1988 में भारतीय विदेश सेवा से शुरुआत की. वह हांगकांग, चीन, वियतनाम, तुर्की, मिलान (इटली) में सेवाएं दे चुके हैं. वह सूडान में भारतीय राजदूत भी रहे हैं. इसके बाद उन्हें विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव और बाद में अतिरिक्त सचिव के पद पर नियुक्त किया गया. आपको बता दें कि संजय वर्मा को सितंबर 2022 में कनाडा में भारत का उच्चायुक्त नियुक्त किया गया. इससे पहले वह जापान और मार्शल आईलैंड में भारत के राजदूत रहे.
भारत ने 6 राजनयिकों किया बाहर
कनाडा के पीएम ट्रूडो भारत के खिलाफ लगातार आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं. उन्होंने भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया. भारत ने कार्रवाई करते हुए कनाडा के छह राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है. भारत छोड़ने के लिए उन्हें 19 अक्टूबर तक का समय दिया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए, जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.