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India-Pakistan War: मौका है कि चीन और अमेरिका के जागने से पहले बेदम पाकिस्‍तान का दम निकाल दे भारत - पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी

पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी ने कहा कि भारत को पाकिस्तान की कमज़ोर स्थिति का तत्काल फायदा उठाना चाहिए, क्योंकि अभी युद्ध की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. पहलगाम नरसंहार के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से पाकिस्तान की सैन्य रीढ़ तोड़ दी है. उन्होंने आगाह किया कि चीन और अमेरिका, जो पाकिस्तान के रणनीतिक साझेदार हैं, भारत की सैन्य सफलता से असहज हैं और भारत को इनसे सतर्क रहना होगा.

India-Pakistan War: मौका है कि चीन और अमेरिका के जागने से पहले बेदम पाकिस्‍तान का दम निकाल दे भारत - पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी
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संजीव चौहान
By: संजीव चौहान

Updated on: 26 May 2025 11:35 AM IST

पहलगाम नरसंहार के बाद ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, हिंदुस्तानी हुकूमत और उसकी फौजों ने उसे चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है. पाकिस्तान ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि पहलगाम में फेंकी खूनी ईंट, पाकिस्तान के ऊपर भारत “ऑपरेशन सिंदूर” के रूप में भारी भरकम चट्टान बनाकर उसके (पाकिस्तान) ऊपर फेंक देगा. फिलहाल पाकिस्तान ने भारत को उकसाया. तो भारत ने उसे तीन दिन में ही नंगा करके चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है.

पहलगाम हमले के रूप में पाकिस्तान की जान-बूझकर की गई अक्षम्य गलती को, हिंदुस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के रूप में ‘कैश’ कर लिया है. जिसका लोहा दुनिया मान रही है. भारत ने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया है. भारत ने पाकिस्तान के हमले का जवाब दिया है. सोचिए जब भारत के जवाब से पाकिस्तान तीन दिन में तबाही के कगार पर आकर, त्राहिमाम कर उठा, तो अगर भारत की सेना पाकिस्तान के ऊपर हमला करेंगी, तब तो पाकिस्तान रो-चीख और बता भी नहीं सकेगा.

भारत, पाकिस्तान की कमजोर हालत का लाभ ले

यह तमाम बेबाक बेखौफ बातें कहीं हैं भारतीय थलसेना के रिटायर्ड मेजर जनरल सुधाकर जी (Retd Major General Sudhakar Jee) ने. सुधाकर जी इन दिनों सात समंदर पार ग्रीस के प्रवास पर हैं. वहीं से वह स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर क्राइम-इंवेस्टीगेशन से जूम-मीटिंग पर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान 9 मई 2025 को बात कर रहे थे. एक सवाल के जवाब में रिटायर्ड मेजर जनरल बोले, “भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की आड़ में पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है. पाकिस्तानी हुकूमत और उसके फौजों की जो मौजूदा बदतर हालत है, भारत उसका पूरा फायदा उठा रहा है. तीन चार दिन में ही भारत ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है.”

चीन-अमेरिका से भारत सतर्क रहे

विशेष बातचीत के दौरान सुधाकर जी कहते हैं, “भारत ने पाकिस्तान के कराची स्थित सैन्य संस्थानों पर हमला बोलकर उन्हें तबाह कर दिया है. कराची पर भारतीय फौज का हमला पाकिस्तान के लिए वैसा ही है, जैसे कि कोई हमारे मुंबई पर हमला कर दे. हां, जोश के इन हालातों में भारत को यह भी ख्याल रखना होगा कि, पाकिस्तान को तबाह करने के दौरान ही, उसे (भारत) चीन और अमेरिका से बेहद चौकन्ना रहना होगा. इन दोनों के पाकिस्तान से अपने अपने हिसाब के स्वार्थ हैं. भले ही यह सामने आकर कुछ न कहें कुछ न बोलें. मगर पाकिस्तान इन दोनों के ही लिए जरूरी है.”

पाकिस्तान की तबाही से अमेरिका-चीन परेशान

भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी कहते हैं कि, “पाकिस्तान की फौज तीन-तीन हिस्सों में बंटी पड़ी है. यही वजह है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तानी फौज, भारत पर जवाबी हमले की बात छोड़िए, भारत के हमलों को रोक पाने में भी नपुंसक साबित हो गई है. पाकिस्तान को तोड़ डालने का भारत के लिए इससे बढ़िया मौका आने वाले वक्त में जल्दी हाथ नहीं आएगा. हां, इस जोश के दौर में भारत को अपने दोस्तों में छिपे अमेरिका जैसे दुश्मनों से भी सावधान रहना होगा. क्योंकि अमेरिका अगर भारत का इस वक्त खुलकर विरोध नहीं कर रहा है. तो अमेरिका और चीन दोनों ही भारत द्वारा पाकिस्तान में मचाई जा रही तबाही को भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.”

अभी युद्ध घोषित न होने का फायदा ले भारत

एक सवाल के जवाब में भारतीय थलसेना के रिटायर्ड मेजर जनरल कहते हैं, ''इस वक्त भारत ने पाकिस्तान पर कोई हमला नहीं किया है. उसने तो पाकिस्तानी हमलों का जवाब भर दिया है. इसी में पाकिस्तान की औकात भारत ने ताड़ ली है. इस वक्त हमें (भारतीय फौजों को) उसका (पाकिस्तान) जितना ज्यादा नुकसान करने को मिले, वह कर लिया जाए. क्योंकि अभी ऑफिशियली तो युद्ध की घोषणा हुई ही नहीं है. तो अगर भारत अभी के दिनों में पाकिस्तान का जितना ज्यादा डैमेज कर लेगा. आइंदा वही सब भारत के हित में और पाकिस्तान की बर्बादी का कारण बनेगा.’

अमेरिका-चीन के स्वार्थों को समझे भारत

भारत पाकिस्तान के बीच शुरू हो चुके ‘अघोषित-युद्ध’ के बीच चीन और अमेरिका के कदमों पर भी भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल ने बात की. उन्होंने कहा, ''अमेरिका और चीन के पाकिस्तान और भारत से अपने अपने हिसाब अपनी जरूरतों के मुताबिक स्वार्थ हैं. इस वक्त पाकिस्तान की अकल ठिकाने लगाने में जुटे भारत को इसका ख्याल रखना होगा. बुरी तरह से पस्त हुआ पड़ा बेदम-बेकार पाकिस्तान, चीन और अमेरिका दोनों के लिए ही सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है. चीन, पाकिस्तान को कमाई के लिए और भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता रहता है. आज भी वो भारत के खिलाफ पाकिस्तान का इस्तेमाल मौका मिलने पर करता है. अमेरिका, भारत और चीन दोनों के साथ दोस्ती रखना चाहता है. क्योंकि चीन और अमेरिका के बीच दुश्मनी दुनिया से छिपी नहीं है. पाकिस्तान के लिए हमेशा लार टपकाते रहने वाला धूर्त अमेरिका ऐसे में कब भारत की तरफ से अपने हाथ-पांव चुपके से पीछे खींच ले, भारत को अहसास भी नहीं होगा.

अमेरिका-चीन के समझने से पहले ही भारत...

हां, जब बात अमेरिका द्वारा चीन को नीचा दिखाने की आएगी. तो मौका-परस्त अमेरिका को पाकिस्तान से पहले भारत की ही याद आएगी. क्योंकि अमेरिका जानता है कि वह बिना भारत के सहयोग के चीन को नीचा नहीं दिखा सकता है. इन हालातों में कब अमेरिका किस करवट जा बैठे? इस सवाल का जवाब अमेरिका के सिवाए किसी के पास नहीं है. इसीलिए भारत को चीन के साथ-साथ अमेरिका से भी बेहद चौकन्ना रहना होगा. हालांकि मेरा मानना है कि जब तक चीन और अमेरिका अपनी स्वार्थपूर्ति पर उतरें, उससे पहले ही भारत आज हाथ लगे मौके का इस्तेमाल करके पाकिस्तान को पूरी तरह से ठंडा कर ले. इसमें भारत का कोई नुकसान नहीं होगा.’

ऑपरेशन सिंदूरस्टेट मिरर स्पेशल
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