पाकिस्तान ने 36 जगहों पर 300-400 'मेड इन तुर्की' ड्रोन से किया हमला, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब... MEA के प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें
8 मई को पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें लगभग 300 से 400 ड्रोन और अन्य गैर-घातक साधनों का उपयोग किया गया. ये हमले जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में किए गए. विदेश सचिव विक्रम मिसरी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि इन ड्रोन में से कई तुर्की निर्मित 'Asisguard Songar' मॉडल के थे, जो निगरानी और सटीक हमलों के लिए उपयोग किए जाते हैं. आइए, जानते हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें...

MEA press briefing on Pakistan Attacks: भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात गंभीर होते जा रहे हैं. 7 और 8 मई की रात पाकिस्तान ने भारतीय हवाई क्षेत्र में कई बार घुसपैठ की और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. ये हमले जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में किए गए. कर्नल सोफिया कुरैशी ने शुक्रवार को विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान ने लगभग 300 से 400 ड्रोन 36 अलग-अलग जगहों पर भेजे, जिनमें से कई को भारतीय सेना ने 'किनेटिक' (गोलियों) और 'नॉन-किनेटिक'(जैसे जैमिंग) तरीकों से मार गिराया. शुरुआती जांच से पता चला है कि इन ड्रोनों में से कई तुर्की के बनाए हुए Asisguard Songar मॉडल थे, जो निगरानी और सटीक हमलों के लिए जाने जाते हैं.
कर्नल सोफिया ने बताया कि इन बड़े पैमाने पर किए गए ड्रोन हमलों का उद्देश्य भारत की वायु रक्षा प्रणाली की क्षमता को परखना और खुफिया जानकारी इकट्ठा करना था. ड्रोन के मलबे की फॉरेंसिक जांच जारी है.
विदेश मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें
- भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन करते हुए सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. इसके अलावा, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से भी फायरिंग की. उन्होंने बताया कि इन हमलों का उद्देश्य भारत की वायु रक्षा प्रणाली की क्षमता का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी एकत्र करना था.
- व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने हमले के बावजूद अपने सिविल एयरस्पेस को बंद नहीं किया. इससे इंटरनेशनल फ्लाइट्स और आम नागरिक विमानों को खतरे में डाल दिया गया. भारत ने सुरक्षा के चलते अपने एयरस्पेस को खाली रखा, जिससे किसी भी नागरिक विमान को कोई खतरा न हो.
- विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि कल रात पाकिस्तान द्वारा की गई भड़काऊ और आक्रामक कार्रवाइयां भारतीय शहरों और नागरिक बुनियादी ढांचे के अलावा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर की गईं. भारतीय सशस्त्र बलों ने आनुपातिक, पर्याप्त और जिम्मेदारी से जवाब दिया... पाकिस्तान द्वारा किए गए इन हमलों का पाकिस्तानी राज्य मशीनरी द्वारा आधिकारिक और स्पष्ट रूप से हास्यास्पद खंडन उनके कपट का एक और उदाहरण है.
- विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठन का मुख्यालय है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित घोषित किया गया है. इसके प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को भी संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित व्यक्ति घोषित किया है. जैश-ए-मोहम्मद का डैनियल पर्ल की हत्या में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई न कोई संबंध था, लेकिन इसका सीधा कनेक्शन अहमद उमर सईद शेख के माध्यम से है- जो एक ब्रिटिश-पाकिस्तानी जिहादी है. वह भारत में हिरासत में था लेकिन 2000 में रिहा कर दिया गया. सईद शेख वही व्यक्ति था, जिसने डैनियल पर्ल को फुसलाकर वहां बुलाया, जो अंततः उसकी हत्या का कारण बना. ये सभी लोग, संस्थाएं और घटनाएं आपस में गहराई से जुड़ी हुई हैं. बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हुआ हमला, मेरी समझ से, इस दुखद प्रकरण का एक उचित और तार्किक हिस्सा है.
- पाकिस्तान द्वारा एलओसी (LoC) के पास स्कूलों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि 7 मई की सुबह भारी गोलाबारी के दौरान, पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला पुंछ में स्थित क्राइस्ट स्कूल के ठीक पीछे आकर गिरा. यह गोला स्कूल के दो छात्रों के घर पर गिरा, जिससे उन दोनों बच्चों की मौत हो गई और उनके माता-पिता घायल हो गए. उस समय कई स्कूल स्टाफ और स्थानीय लोग जान बचाने के लिए स्कूल के भूमिगत हॉल में छिप गए. सौभाग्यवश उस दिन स्कूल बंद था, नहीं तो नुकसान और बड़ा हो सकता था.
- विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान अब जानबूझकर पूजा स्थलों - गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों- को भी निशाना बना रहा है. यह हरकत पाकिस्तान के लिए भी एक नई गिरावट को दर्शाती है.
- विक्रम मिसरी ने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री से बातचीत की थी. इस बातचीत का मुख्य विषय पहलगाम में हुआ आतंकी हमला और उसके जवाब में भारत द्वारा 7 मई को की गई कार्रवाई (ऑपरेशन सिंदूर) था. अमेरिकी विदेश मंत्री ने इन घटनाओं पर अपनी राय साझा की और भारत के आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में संयुक्त प्रयास की प्रतिबद्धता जताई. विदेश मंत्री जयशंकर ने इस प्रतिबद्धता के लिए अमेरिका का आभार जताया और बताया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पूरी तरह लक्षित कार्रवाई की है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान की ओर से तनाव बढ़ाने की कोई कोशिश हुई, तो भारत उसका सख्ती से जवाब देगा.
- विदेश सचिव ने बताया कि आज ब्रिटेन के विदेश मंत्री से भी डॉ. जयशंकर ने बात की, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति पर चर्चा हुई. कुछ समय पहले ही विदेश मंत्री ने नॉर्वे के विदेश मंत्री से भी बातचीत की है.
- करतारपुर साहिब कॉरिडोर चालू है या नहीं, इस सवाल पर विक्रम मिसरी ने कहा कि मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, करतारपुर साहिब कॉरिडोर की सेवाएं अगले निर्देश तक निलंबित कर दी गई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने गलत सूचना फैलाई कि भारत ने ड्रोन हमले के जरिए नानकम साहिब गुरुद्वारे को निशाना बनाया, जो एक और सरासर झूठ है... पाकिस्तान सांप्रदायिक विवाद पैदा करने के इरादे से स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने की पूरी कोशिश कर रहा है.
- विदेश सचिव ने कहा कि अपनी हरकतों को स्वीकार करने के बजाय पाकिस्तान ने यह बेतुका और अपमानजनक दावा किया कि यह भारतीय सशस्त्र बल हैं, जो अमृतसर जैसे अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं... जैसा कि उनके इतिहास से पता चलता है, वे ऐसी हरकतों में पारंगत हैं...
भारतीय वायुसेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
बता दें कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हमले का संयम के साथ जवाब देते हुए उसके 4 एयर डिफेंस ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिनमें से एक ड्रोन ने लाहौर में एक रडार सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर दिया. साथ ही, LOC पर पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की, जिसमें भारतीय सैनिकों को कुछ हताहत और चोटें भी आईं, लेकिन जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को और अधिक नुकसान पहुंचा.
‘हमास स्टाइल’ मिसाइल हमले की नकल
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने 8 मई को जम्मू क्षेत्र को निशाना बनाने के लिए हमास जैसी रणनीति अपनाई - कई सस्ते रॉकेट्स और मिसाइलों का एक साथ उपयोग किया गया. यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद हुआ. ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था.
50+ पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सेना ने गिराए
8 मई को ही भारतीय सेना ने LOC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर एक बड़ा काउंटर-ड्रोन ऑपरेशन चलाया, जिसमें 50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए गए. पाकिस्तान की तरफ से लगातार उकसावे की कार्रवाई की जा रही है, लेकिन भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह सतर्क हैं और हर हमले का सटीक जवाब दे रहे हैं. भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं.