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भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी सहमति, विदेश सचिव ने ट्रंप के बयान पर लगाई मुहर; जानें अमेरिका की क्या रही भूमिका

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसकी सबसे पहले जानकारी दी. भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भी सीजफायर की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने अपने भारतीय समकक्ष को फोन किया, जिसके बाद सीजफायर पर सहमति बनी.

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी सहमति, विदेश सचिव ने ट्रंप के बयान पर लगाई मुहर; जानें अमेरिका की क्या रही भूमिका
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India Pakistan Ceasefire: भारत और अमेरिका के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी. इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने मीडिया के सामने सीजफायर की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि 5 बजे से सीजफायर लागू है.

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम (Ceasefire) पर सहमति जताई है. उन्होंने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने शांति और स्थिरता के लिए संघर्षविराम पर सहमति दी है."

दशकों से सीमा पर रही तनाव की स्थिति

भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर समय-समय पर गोलीबारी और तनाव की स्थिति बनी रही है. दोनों देशों के बीच 2003 में एक संघर्षविराम समझौता हुआ था, लेकिन हाल के वर्षों में कई बार इसका उल्लंघन हुआ.

इस समझौते के मायने

  • सीमा पर शांति बहाल करने में मदद मिलेगी, जिससे नागरिकों को राहत मिलेगी.
  • यह कदम द्विपक्षीय संवाद और कूटनीतिक रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में अहम माना जा रहा है.
  • यह संकेत भी है कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर शांति को प्राथमिकता दी जा रही है.

अमेरिका की क्या भूमिका रही?

अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान से साफ है कि इस समझौते में अमेरिका की भूमिका सलाहकार और मध्यस्थ के रूप में रही है. अमेरिका लंबे समय से दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने की वकालत करता रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, "पिछले 48 घंटों के दौरान, उपराष्ट्रपति वेंस और मैंने भारत और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शहबाज़ शरीफ, विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल व आसिम मलिक शामिल हैं.

रुबियो ने कहा, '' मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई है और एक तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का निर्णय लिया है. हम प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की दूरदर्शिता, संयम और राजनयिक नेतृत्व की सराहना करते हैं, जिन्होंने शांति के मार्ग को चुना."

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने क्या कहा?

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान में 5 बजे से सीजफायर लागू लागू है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने दोपहर 3 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में 5 बजे से सैन्य कार्रवाई और जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी बंद करने पर सहमति बनी.

भारत-पाक डीजीएमओ के बीच 12 मई को फिर होगी बातचीत

मिसरी ने कहा कि कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने ही भारत के साथ बातचीत की पहल की थी. अब भारत-पाक के डीजीएमओ के बीच 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर बातचीत होगी.

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