जूनागढ़ जिले में 15 वर्षीय किशोर ने 6 माह की गर्भवती भाभी से बलात्कार के बाद की हत्या, भाई को भी सुलाई मौत की नींद
गुजरात के एक किशोर को जूनागढ़ शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर एक सुदूर गाँव में अपनी गर्भवती भाभी के साथ बलात्कार और बेरहमी से हत्या करने का जुर्म कबूल करने के बाद हिरासत में लिया गया। 15 वर्षीय इस किशोर ने अपने भाई को भी लोहे के पाइप से तब तक मारा जब तक वह गिर नहीं गया.
गुजरात से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है. यह वारदात जूनागढ़ जिले के एक दूरदराज के गांव की है, जहां एक 15 वर्षीय किशोर ने अपनी गर्भवती भाभी के साथ बलात्कार किया और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. यही नहीं, उसने अपने बड़े भाई की भी हत्या कर दी. यह घटना जूनागढ़ शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर एक छोटे से गांव में 16 अक्टूबर को हुई थी.
घटना उस वक्त सामने आई जब महिला के मायके वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के बाद पुलिस ने गांव में जाकर जांच की और मृतकों के शव कब्र से निकाले, जिससे पूरी सच्चाई सामने आई. हत्या करने वाला आरोपी कोई बाहरी व्यक्ति नहीं बल्कि परिवार का ही सदस्य था घर का 15 वर्षीय किशोर. पुलिस ने बताया कि इस बालक ने अपने ही बड़े भाई और भाभी की हत्या कर दी थी. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया.
पारिवारिक कलह बनी खौफनाक वारदात की वजह
पुलिस के अनुसार, यह घटना एक घरेलू झगड़े से शुरू हुई. वह किशोर अपने बड़े भाई के साथ एक पशुशाला (डेयरी फ़ार्म) में काम करता था. लेकिन उसका भाई अक्सर उससे दुर्व्यवहार करता था उसे मारता-पीटता और उसकी मेहनत की कमाई छीन लेता था. यह सब देखकर किशोर के मन में गुस्सा और नफरत भर गई थी. हताश होकर एक दिन उसने अपने भाई से झगड़ा किया और गुस्से में लोहे के पाइप से हमला कर दिया. उसने लगातार वार किए, जब तक कि उसका भाई ज़मीन पर गिरकर मर नहीं गया.
गर्भवती भाभी के साथ अमानवीय कृत्य
भाई की हत्या के बाद किशोर वहां से सीधे अपने घर पहुंचा, जहां उसकी भाभी मौजूद थी. पुलिस जांच में सामने आया कि जब भाभी ने उससे रहम की भीख मांगी, तो उसने यौन संबंध बनाने की मांग की। मना करने पर उसने जबरदस्ती उसके साथ बलात्कार किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बलात्कार के बाद किशोर ने भाभी की भी बेरहमी से हत्या कर दी. अधिकारी ने कहा, 'उसने महिला के पेट पर घुटना दबाया और उसका गला घोंट दिया. यह क्रूरता इतनी भयावह थी कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखकर डॉक्टर भी सन्न रह गए. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला को कई गंभीर चोटें लगी थीं और वह छह महीने की गर्भवती थी. अत्याचार के चलते भ्रूण उसके पेट से बाहर निकल आया था.
परिवार की भूमिका और पुलिस जांच
हत्या के बाद, आरोपी ने अपनी मां को पूरी घटना बताई. पुलिस के अनुसार, मां ने भी बेटे का साथ दिया और दोनों ने शवों को गांव के एक सुनसान हिस्से में दफना दिया ताकि किसी को पता न चले. लेकिन जब मृतक महिला के परिवार वालों को शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत की. जांच के दौरान जब पुलिस गांव पहुंची, तो ग्रामीणों से मिली जानकारी और संदिग्ध परिस्थितियों में शवों के दफन होने से मामला खुल गया. पुलिस ने आरोपी किशोर और उसकी मां, दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है, फिलहाल किशोर को जुवेनाइल होम में रखा गया है, जबकि मां के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं.
पीड़ित परिवार के बारें में
मृतक व्यक्ति बिहार का मूल निवासी था. करीब 40 साल पहले उसका परिवार गुजरात आकर बस गया था. पिता एक मंदिर में पुजारी का काम करते थे, लेकिन कोरोना महामारी (कोविड-19) के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. इसके बाद परिवार का गुजारा मुश्किल से होता था. गांव के लोगों के मुताबिक, आरोपी किशोर आमतौर पर शांत स्वभाव का था, लेकिन हाल के दिनों में वह अवसाद और गुस्से में दिखाई देता था. पुलिस मानसिक स्वास्थ्य के पहलू से भी जांच कर रही है कि क्या हत्या की वजह उसके मानसिक संतुलन से जुड़ी थी.





