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ट्रंप के टैरिफ का असर! भारत ने अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवा अस्थायी रूप से रोकी

भारत ने अमेरिकी प्रशासन के नए Executive Order No. 14324 के बाद अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है. 25 अगस्त 2025 से सभी डाक सामान, सिवाय पत्र/दस्तावेज़ और 100 डॉलर तक के उपहारों के, अमेरिका भेजने के लिए स्वीकार नहीं होंगे. एयर कैरियर्स की तकनीकी और संचालन संबंधी तैयारियों की कमी के कारण यह कदम उठाया गया.

ट्रंप के टैरिफ का असर! भारत ने अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवा अस्थायी रूप से रोकी
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( Image Source:  ANI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 23 Aug 2025 4:45 PM IST

भारत सरकार ने अमेरिकी प्रशासन द्वारा 30 जुलाई 2025 को जारी Executive Order No. 14324 के बाद अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है. इस आदेश के तहत अब 800 अमेरिकी डॉलर तक के सामान पर ड्यूटी-फ्री छूट समाप्त हो जाएगी और सभी अमेरिकी गंतव्य वाले अंतरराष्ट्रीय डाक सामान पर देश-विशेष International Emergency Economic Power Act (IEEPA) के अनुसार कस्टम ड्यूटी लागू होगी. हालांकि 100 अमेरिकी डॉलर तक के उपहार (gift items) इस ड्यूटी से छूट जारी रहेगी.

भारतीय डाक विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस अस्थायी रोक का प्रभाव 25 अगस्त 2025 से लागू होगा. इसके अंतर्गत अमेरिका भेजे जाने वाले सभी प्रकार के डाक सामान, सिवाय पत्र/दस्तावेज़ और 100 डॉलर तक के उपहारों के, को स्वीकार नहीं किया जाएगा. अमेरिकी एयर कैरियर्स ने तकनीकी और संचालन संबंधी तैयारियों की कमी का हवाला देते हुए 25 अगस्त के बाद किसी भी डाक सामान को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था.

यह कदम ग्राहकों और व्यापारियों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. डाक विभाग ने ग्राहकों को आश्वासन दिया है कि जिन्होंने पहले ही डाक सामान बुक किया है और जो अब अमेरिका नहीं भेजे जा सकते, उन्हें पोस्टेज रिफंड की सुविधा दी जाएगी. विभाग ने कहा कि स्थिति की निगरानी की जा रही है और सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि सेवाओं को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए.

अमेरिका का नया आदेश और प्रभाव

30 जुलाई 2025 को अमेरिकी प्रशासन ने Executive Order No. 14324 जारी किया था. इसके तहत 800 डॉलर तक के सामान पर ड्यूटी-फ्री छूट समाप्त कर दी गई है. अब सभी अंतरराष्ट्रीय डाक सामान पर कस्टम ड्यूटी लागू होगी. इस आदेश का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी घरेलू व्यापार और कर संग्रह को बढ़ाना है. अमेरिकी आदेश के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय डाक नेटवर्क के माध्यम से भेजे जाने वाले सामान पर transport carriers या अन्य “qualified parties” कस्टम ड्यूटी संग्रह और भुगतान की जिम्मेदारी निभाएंगे. हालांकि, CBP ने 15 अगस्त को केवल दिशानिर्देश जारी किए, लेकिन “qualified parties” की पहचान और ड्यूटी संग्रह प्रणाली के कई महत्वपूर्ण पहलू अभी स्पष्ट नहीं हुए.

एयर कैरियर्स की प्रतिक्रिया

अमेरिका भेजे जाने वाले एयर कैरियर्स ने 25 अगस्त 2025 के बाद डाक सामान स्वीकार करने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि तकनीकी और संचालन संबंधी तैयारियां पूरी नहीं हैं. इसी कारण भारतीय डाक विभाग ने अमेरिका के लिए सभी प्रकार के डाक सेवा को अस्थायी रूप से रोकने का निर्णय लिया. डाक विभाग ने स्पष्ट किया कि यह रोक 25 अगस्त 2025 से लागू होगी. इसके तहत सभी डाक सामग्री, सिवाय letters/documents और 100 डॉलर तक के gift items, अमेरिका भेजने के लिए स्वीकार नहीं की जाएगी. यह कदम केवल अस्थायी है और सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी.

डाक विभाग ने कहा कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ समन्वय बनाए रखा जा रहा है. विभाग ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द सेवाओं को सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

ग्राहकों के लिए रिफंड विकल्प

जिन ग्राहकों ने पहले ही डाक सामान बुक किया है और अब उसे अमेरिका नहीं भेजा जा सकता, उनके लिए पोस्टेज रिफंड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. विभाग ने ग्राहकों से हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया. Executive Order के तहत 100 अमेरिकी डॉलर तक के उपहार (gift items) और पत्र/दस्तावेज़ पर ड्यूटी-फ्री छूट जारी रहेगी. यह छूट अमेरिका भेजी जाने वाली केवल सीमित श्रेणियों पर लागू होगी.

अब आगे क्‍या होगा?

डाक विभाग ने कहा कि स्थिति के स्पष्ट होने के बाद अमेरिका के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं को पुनः चालू किया जाएगा. ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे अमेरिकी नियमों और डाक विभाग की घोषणाओं पर नज़र बनाए रखें.

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