अगर कुछ गलत नहीं होता तो हम यहां क्यों बैठे हैं? पहलगाम हमले पर सरकार ने मानी चूक
गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की है. यह बात उन्होंने एक बंद कमरे में हुई सर्वदलीय बैठक में कही, जिसमें विपक्ष के नेताओं को इस हमले को लेकर जानकारी दी गई. सूत्रों के अनुसार, अमित शाह ने कहा, 'अगर कुछ भी गलत नहीं हुआ होता, तो हम यहां बैठे क्यों होते? कहीं न कहीं चूक हुई है, जिसे हमें पहचानना होगा.'

गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की है. यह बात उन्होंने एक बंद कमरे में हुई सर्वदलीय बैठक में कही, जिसमें विपक्ष के नेताओं को इस हमले को लेकर जानकारी दी गई. सूत्रों के अनुसार, अमित शाह ने कहा, 'अगर कुछ भी गलत नहीं हुआ होता, तो हम यहां बैठे क्यों होते? कहीं न कहीं चूक हुई है, जिसे हमें पहचानना होगा.'
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के पहलगाम में बाईसरन घास के मैदान में हुए इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस नृशंस हमले के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया और विपक्ष ने सरकार से तीखे सवाल पूछे. बैठक में विपक्षी नेताओं ने पूछा - 'हमले के वक्त सुरक्षा बल कहां थे? सीआरपीएफ की तैनाती क्यों नहीं थी?'
इस पर सरकार की ओर से बताया गया कि स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किए बिना ही बाईसरन क्षेत्र को पर्यटकों के लिए खोल दिया था, जबकि यह इलाका पारंपरिक रूप से जून में अमरनाथ यात्रा से पहले तक बंद रहता है. साथ ही यह भी बताया गया कि घटना स्थल पहलगाम से लगभग 45 मिनट की पैदल दूरी पर है और वहां किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्पष्ट SOP यानी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर मौजूद नहीं था.