औरंगजेब पर बवाल के बाद PM मोदी का नागपुर दौरा होगा कितना खास, क्या BJP को मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च 2025 को नागपुर का दौरा करेंगे, जहां वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय भी जा सकते हैं. यह दौरा कई वजहों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पहला, हाल ही में नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली, जिससे शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च 2025 को नागपुर का दौरा करेंगे, जहां वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय भी जा सकते हैं. यह दौरा कई वजहों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पहला, हाल ही में नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली, जिससे शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है. दूसरा, यह दौरा बीजेपी और आरएसएस के रिश्तों को लेकर भी अहम माना जा रहा है, खासकर तब जब पार्टी को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश है.
17 मार्च 2025 को नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जब औरंगजेब की कब्र को लेकर हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान दो समुदायों के बीच झड़पें हुईं और पुलिस को हालात काबू में लाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा. हिंसा में 30 से अधिक लोग घायल हुए और 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया.
नागपुर हिंसा और मोदी का दौरा
इस माहौल में प्रधानमंत्री मोदी का नागपुर दौरा सुरक्षा के लिहाज से चुनौतीपूर्ण होगा. हालांकि, प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और पीएम मोदी के दौरे को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में शांति और एकता का संदेश दे सकते हैं.
बीजेपी और आरएसएस के रिश्तों में नई जान फूंकने की कोशिश
पीएम मोदी की इस यात्रा को बीजेपी और आरएसएस के संबंधों के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था और उसे नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के समर्थन से सरकार बनानी पड़ी थी. बीजेपी के अपेक्षा से कमजोर प्रदर्शन का एक कारण यह भी बताया गया था कि आरएसएस ने चुनाव प्रचार में पहले की तरह सक्रिय भूमिका नहीं निभाई थी.
साल 2019 में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी, लेकिन तब से संघ और बीजेपी के रिश्तों में बदलाव देखा गया है. खासकर, जब पूर्व बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि अब पार्टी खुद को संभालने में सक्षम हो गई है और संघ की भूमिका सीमित हो गई है, तब से इन संबंधों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं.
हालांकि, हाल के दिनों में दोनों के बीच दूरियां कम होने की खबरें आ रही हैं. पीएम मोदी का यह दौरा भी इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है. नागपुर में पीएम मोदी की मुलाकात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से हो सकती है, जहां दोनों नेताओं के बीच महत्वपूर्ण राजनीतिक विषयों पर चर्चा होने की संभावना है.
बीजेपी अध्यक्ष के चयन पर चर्चा संभव
बीजेपी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है, और कयास लगाए जा रहे हैं कि आरएसएस नए अध्यक्ष के चयन में अहम भूमिका निभा सकता है. मोदी और भागवत की मुलाकात में इस मुद्दे पर भी मंथन हो सकता है.
नागपुर दौरे का कार्यक्रम
पीएम मोदी नागपुर में माधव नेत्रालय के भवन विस्तार की आधारशिला रखेंगे। इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल होंगे. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी कुछ और सरकारी परियोजनाओं का भी उद्घाटन कर सकते हैं।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी संघ परिवार के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे. साथ ही, नागपुर हिंसा के बाद वे एकता और शांति का संदेश देकर समाज को जोड़ने की पहल भी कर सकते हैं. यह दौरा बीजेपी की आगामी रणनीति, संगठनात्मक मजबूती और संघ के साथ संबंधों की नई दिशा तय करने में अहम साबित हो सकता है.