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गोवा के नाइट क्लब में कैसे लगी आग? 25 लोगों की मौत का कारण आया सामने, ऑफिसर ने बताई पूरी सच्चाई

रविवार की रात उत्तर गोवा के रोमियो लेन में स्थित अरपोरा नाइट क्लब में एक भयानक आग ने हर किसी को हैरान कर दिया. आग इतनी तेज थी कि आधी रात के करीब आग लगने की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को तुरंत मौके पर बुलाना पड़ा, लेकिन इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो चुकी है और अब नाइट क्लब में आग लगने का कारण भी सामने आ चुका है.

गोवा के नाइट क्लब में कैसे लगी आग? 25 लोगों की मौत का कारण आया सामने, ऑफिसर ने बताई पूरी सच्चाई
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( Image Source:  ANI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 7 Dec 2025 12:37 PM IST

रविवार देर रात नॉर्थ गोवा के रोमियो लेन पर एक फेमस नाइट क्लब अरपोरा में जोश और मस्ती का माहौल था. क्लियर स्काई के नीचे क्लब में पार्टी हो रही थी और लोगों गानों की धुन पर डांस कर रहे थे. लेकिन अचानक हुए एक भीषण हादसे ने सबको दहला दिया.

क्लब में अचानक आग लग गई. चारों ओर अफरा-तफरी मच गई. आग की सूचना मिलते ही फायर सर्विस तुरंत मौके पर पहुंची और आधे घंटे में आग को काबू में कर लिया गया. हालांकि, आग इतनी भयानक थी कि 25 लोग अपनी जान गंवा बैठे और 7 लोग घायल हैं. अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर इतनी भयंकर आग कैसे लगी.


क्लब में कैसे लगी आग?

सीएनएन न्यूज़ 18 से बात करते हुए डायरेक्टर फायर और इमरजेंसी सर्विस नितिन वी. रायकर ने बताया कि क्लब के मुख्य हिस्से में लकड़ी की चीजों से डेकोरेशन की गई थी, जिसके कारण आग तेजी से फैल गई. आग के साथ धुएं ने पूरे एरिया को घेर लिया. पार्टी में शामिल लोग अचानक घबराए और कई लोग वहीं फंस गए.


कैसे हुई इतने लोगों की मौत?

गोवा पुलिस के अनुसार इस हादसे में कुल 25 लोग मारे गए हैं. धुआं बेसमेंट और किचन तक पहुंच गया, जहां कई लोग फंस गए. धुएं के घने बादल के चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई, जिसके कारण लोगों का दम घुटने लगा और उनकी मौत हो गई. आग बुझाने वाली टीम को सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई. आधे घंटे के अंदर आग पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन तब तक कई जानें जा चुकी थीं.


क्लब के पास नहीं थी NOC

फायर विभाग की जांच में पता चला कि क्लब के मालिकों ने फायर NOC नहीं लिया था और सुरक्षा के कोई इंतजाम भी नहीं किए थे. यही लापरवाही इतनी गंभीर साबित हुई कि आग को भले ही आधे घंटे में काबू में कर लिया गया, लेकिन उससे पहले बेसमेंट और किचन में फंसे लोग धुएं से दम घुटने के कारण अपनी जान गंवा बैठे. यह हादसा साफ दिखाता है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है. गोवा की यह घटना स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए चेतावनी है कि बिना सुरक्षा इंतजाम वाले और अवैध स्थानों पर जाने से जान को गंभीर खतरा हो सकता है.

प्रशासन की प्रतिक्रिया और जांच

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस हादसे को “बहुत दुखद” बताया और कहा कि जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आग लगने के कारण और फायर सुरक्षा नियमों के पालन की जांच के लिए तुरंत एक टीम भी बनाई. प्रधानमंत्री मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर बात की और राज्य सरकार को पीड़ित परिवारों की मदद के लिए पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया.



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