धार्मिक यात्राओं की बुकिंग के लिए हो रही जमकर ठगी, गृह मत्रांलय ने श्रद्धालुओं को चेताया; जानें फ्रॉड से बचने का तरीका
गृह मंत्रालय के तहत इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग से जुड़ी ठगी की वारदातों को लेकर नागरिकों को सतर्क किया है. खासौतर से ये ठग धार्मिक यात्राओं पर जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपना निशाना बना रहे हैं.

14 अप्रैल से अमरनाथ की रजिस्ट्रेशन शुरू हुई थी. वहीं, 30 अप्रैल को उत्तराखंड के चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खुल जाएंगे. लेकिन इस बीच जालसाज हर वक्त एक्टिव रहते हैं. धार्मिक यात्राओं जैसे अमरनाथ और केदारनाथ के लिए बुकिंग के दौरान होने वाले फ्रॉड यानी ठगी के मामले हाल के वर्षों में तेजी से बढ़े हैं. लोग इन तीर्थों की आस्था से जुड़े होते हैं, और इसी का फायदा उठाकर कई ठग और साइबर अपराधी भोले-भाले श्रद्धालुओं को निशाना बनाते हैं.
इसी बीच, गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग से जुड़ी ठगी की वारदातों को लेकर नागरिकों को सतर्क किया है. खासौतर से ये ठग धार्मिक यात्राओं पर जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपना निशाना बना रहे हैं. यह प्रकार की धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, गुमराह करने वाले सोशल मीडिया प्रोफाइल्स, फर्जी फेसबुक कंटेंट, और यहां तक कि गूगल जैसे सर्च प्लेटफॉर्म पर दिए गए पेड एड्स के जरिए की जा रही है.
कैसे होते हैं ये फ्रॉड?
ठग नकली वेबसाइट या मोबाइल ऐप बनाकर उसे सरकारी या असली यात्रा पोर्टल की तरह दिखाते हैं. लोग बिना जांचे-परखे वहीं से बुकिंग कर लेते हैं. इसके अलावा, सोशल मीडिया पर झूठे लिंक के जरिए भी लोगों को निशना बनाया जाता है. व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी बुकिंग लिंक शेयर किए जाते हैं, जिन पर क्लिक करते ही आपकी जानकारी चोरी हो सकती है या पैसे कट सकते हैं. कुछ फ्रॉड कॉल या मैसेज के जरिए 'अमरनाथ यात्रा बुकिंग शुरू' या 'केदारनाथ यात्रा पास तुरंत पाएं' जैसी बातें कहकर लोगों को लिंक भेजते हैं और ओटीपी या बैंक डिटेल मांगते हैं. इसके अलावा, केदारनाथ के लिए हेली सर्विस के जरिए लोगों को जमकर लूटा जाता है.
फ्रॉड से कैसे बचें?
हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट से ही बुकिंग करें. सरकारी ऐप्स और पोर्टल ही इस्तेमाल करें. कभी किसी अनजान लिंक या कॉल पर अपनी पर्सनल या बैंक जानकारी न दें. बुकिंग करते समय वेबसाइट के URL में "https://" और सही डोमेन की जांच ज़रूर करें. ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त सावधानी बरतें और UPI/QR कोड स्कैन करने से पहले जांच लें.