VIDEO: वो चित्र बनाकर लाया है कब से... PM मोदी ने बच्चे के हाथ में देखी ये तस्वीर तो बोले- मैं तुझे जरूर चिट्टी लिखूंगा बेटा
भावनगर के दौरे पर पहुंचे हुए थे जहां पर उनके भाषण के दौरान एक दिल छू लेने वाला नजारा देखने को मिला. कार्यक्रम में मौजूद एक छोटे बच्चे ने अपने हाथों से बनाया हुआ पीएम मोदी का चित्र उन्हें भेंट किया. पीएम मोदी ने मंच से मुस्कुराते हुए बच्चे की मेहनत की सराहना की और हाथ हिलाकर आशीर्वाद दिया. यह देखकर बच्चा भावुक हो गया और उसकी आंखों से आंसू बह निकले. मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चे का हौसला बढ़ाया.

पीएम मोदी आज गुजरात के भावनगर के दौरे पर पहुंचे हुए थे जहां पर उनके भाषण के दौरान एक दिल छू लेने वाला नजारा देखने को मिला. कार्यक्रम में मौजूद एक छोटे बच्चे ने अपने हाथों से बनाया हुआ पीएम मोदी का चित्र उन्हें भेंट किया. पीएम मोदी ने मंच से मुस्कुराते हुए बच्चे की मेहनत की सराहना की और हाथ हिलाकर आशीर्वाद दिया. यह देखकर बच्चा भावुक हो गया और उसकी आंखों से आंसू बह निकले. मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चे का हौसला बढ़ाया.
यह घटना केवल एक साधारण मुलाकात नहीं थी, बल्कि देश के प्रति बच्चों की भावनाओं और उनके जुनून का प्रतीक भी बन गई. पीएम मोदी ने इस मौके पर बच्चों की कला और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि यह देश की नई पीढ़ी की उम्मीद और शक्ति को दर्शाता है.
बच्चे की मेहनत पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
पीएम मोदी ने बच्चे और उसके बनाए चित्र को देखकर मंच से उसे देखा और उसकी मेहनत की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'यह चित्र केवल कला नहीं, बल्कि देशभक्ति और मेहनत का प्रतीक है.' बच्चे की भावुक प्रतिक्रिया ने समूचे कार्यक्रम को और भी जीवंत बना दिया. इस भावुक पल के बीच पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारत में सामर्थ्य की कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस की नीतियों ने देश की क्षमताओं को नजरअंदाज किया.
उन्होंने दो मुख्य कारण गिनाए, लंबे समय तक देश को लाइसेंस-कोटा राज में उलझाए रखना और वैश्विक बाजारों से अलग-थलग करना. वैश्वीकरण के दौर में सिर्फ आयात का रास्ता अपनाना और घोटालों का सिलसिला. पीएम मोदी ने कहा, "इन नीतियों ने देश के युवाओं का सबसे ज्यादा नुकसान किया और भारत की असली ताकत सामने नहीं आने दी. अब समय है कि भारत आत्मनिर्भर बने और दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा हो. इस घटना ने यह संदेश दिया कि देश की नई पीढ़ी में देशभक्ति और कला के प्रति उत्साह है. छोटे बच्चों की मेहनत और उनकी भावनाएं देश की असली ताकत हैं.