Begin typing your search...

अगले 5 साल बाद बारिश को कर पाएंगे कंट्रोल, सरकार लॉन्च करेगी मौसम GPT ऐप

ज्यादा बारिश के कारण देश के कई राज्यों का हाल बेहाल हो जाता है। ऐसे में बारिश से जुड़ी सही जानकारी होना जरूरी है। क्या हो जब आप बारिश को रोक पाएं? आपको सुनकर यह हैरानी होगी कि जल्द ही मौसम वैज्ञानिक बारिश को रोकने में सफल हो सकते हैं।

अगले 5 साल बाद बारिश को कर पाएंगे कंट्रोल, सरकार लॉन्च करेगी मौसम GPT ऐप
X
Credit- ANI
हेमा पंत
by: हेमा पंत

Updated on: 13 Sept 2024 1:10 PM IST

मानसून का मौसम चल रहा है। ऐसे में ज्यादा बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिती बन जाती है। इस पर टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मौसम वैज्ञानिकों को यह उम्मीद है कि वह आने वाले पांच साल में बारिश को बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं। इसका मतलब है कि किसी खास मौके पर बारिश को रोका जा सकता है, जैसे 15 अगस्त और 26 जनवरी। वहीं बाढ़ के दौरान बारिश और ओले होने से भी रोका जा सकता है।

मिशन मौसम को मिली मंजूरी

अर्थ साइंस मिनिस्ट्री (एमओईएस) के सेकेट्ररी एम रविचंद्रन ने गुरुवार को मिशन मौसम के बारे में बताते हुए कहा कि हम शुरुआत में आर्टिफिशियल रेन सप्रेशन और इन्हांसमेंट करना चाहते हैं। वहीं, अगले 18 महीनों में लैब सिमुलेशन (क्लाउड चैंबर) किए जाएंगे, लेकिन हम निश्चित रूप से पांच साल के समय में आर्टिफिशियल वेदर मॉडिफिकेशव के लिए जाएंगे।" बता दें कि मिशन मौसम को एक दिन पहले कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।

मौसम GPT ऐप किया जाएगा लॉन्च

इस योजना कते लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग MoES के अन्य साइंटिफिट इंस्ट्यूटशन के साथ मिलकर 'मौसम GPT' ऐप लॉन्च करेगा, जो chatGPT जैसा एप्लिकेशन है। इस एप्लिकेशन में यूजर्स अगले पांच साल में मौसम से जुड़ी जानकारी जान पाएंगे।

माधवन राजीवन ने कही ये बात

एक्स MOES सेकेट्ररी माधवन राजीवन ने TOI को बताया कि, "क्लाउड सीडिंग और क्लाउड मॉडिफिकेशन एक जटिल प्रक्रिया है। हमने सीमित सफलता के साथ वर्षा को बढ़ाने के लिए क्लाउड सीडिंग के साथ बहुत सारे प्रयोग किए हैं। लेकिन क्लाउड सप्रेशन पर बहुत कुछ नहीं किया गया है।" उन्होंने कहा कि हालांकि भारत में मौसम परिवर्तन की गुंजाइश है, लेकिन इसका विज्ञान अभी तक ठीक से समझा नहीं गया है और तकनीक जटिल है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, "मेरे विचार से हमें मौसम परिवर्तन पर शोध शुरू कर देना चाहिए और इसके लिए निवेश की जरूरत है।"

अगला लेख