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सरकार का दावा! भारत का हर तीसरा भगोड़ा और आतंकवादी अमेरिका में ले रहा पनाह

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्रालय ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित आतंकवादी और भगोड़े अमेरिका में जाकर छिप रहे हैं. इस लिस्ट में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लोगों का नाम शामिल है. इतना ही नहीं, सरकार इन दोषियों को सजा दिलाने के लिए जरूरी कूटनीति प्रयास भी कर रही है.

सरकार का दावा! भारत का हर तीसरा भगोड़ा और आतंकवादी अमेरिका में ले रहा पनाह
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 10 Dec 2024 9:57 PM IST

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्रालय ने मंगलवार को संसद में बताया कि भारत का हर तीसरा भगोड़ा और आतंकवादी अमेरिका में शरण ले रहा है. इसके चलते यह देश अपराधियों और आतंकवादियों के लिए 'सुरक्षित घर' बन गया है. जूनियर गृह मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि अपराधियों और आतंकवादियों के लिए जांच एजेंसियों द्वारा लंबित 178 एक्सट्रैडिशन रिक्वेस्ट में से 65 अमेरिकी सरकार के विचाराधीन हैं, जिसके साथ 1997 में एक संधि पर साइन किए गए थे.

हालांकि, 2002 से 2018 तक केवल 11 रिक्वेस्ट पर ही ध्यान दिया गया है. इसके आगे जूनियर गृह मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि इन लोगों में डेविड कोलमैन हेडली का एक्सट्रैडिशन भी शामिल है, जो 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मामले में मुख्य आरोपियों में से एक के रूप में आरोपित लश्कर का एक सदस्य है.

पिछले 5 सालों का है डेटा

हालांकि, एक अन्य प्रमुख संदिग्ध तहव्वुर राणा का एक्सट्रैडिशन आखिरी फेज़ में है. श्री राय ने लोकसभा में कहा कि "विदेश मंत्रालय के रिकॉर्ड के अनुसार भारत द्वारा किए गए भगोड़े अपराधियों के एक्सट्रैडिशन के 65 रिक्वेस्ट अमेरिकी ऑफिसर्स के विचाराधीन हैं." इसके आगे उन्होंने कहा कि यह डेटा पिछले पांच सालों का है, जहां इस समय में केवल 23 रिक्वेस्ट को ही पूरा किया गया है.

सरकार कर रही ठोस कूटनीति का प्रयास

गृह मंत्रालय के अनुसार सरकार आपराधिक या आतंकवादी गतिविधियों के संदिग्ध अन्य लोगों को एक्सट्रैडिश करने के लिए ठोस कूटनीतिक प्रयास कर रही है. "आज तक भारत ने 48 देशों/क्षेत्रों के साथ एक्सट्रैडिशन संधियों पर हस्ताक्षर किए हैं और 12 देशों के साथ समझौते किए हैं."

श्री राय ने कहा कि सरकार अधिक से अधिक देशों के साथ ऐसी संधियों को समाप्त करने पर विचार कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भगोड़े न्याय से बच न सकें.इसके आगे उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अमेरिका में शरण ली है, वे हत्या, जबरन वसूली, चाइल्ड अब्यूज और फाइनेंशियल फ्रॉड के मामलों में वांछित हैं.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम है शामिल

इन नामों में सतिंदरजीत सिंह उर्फ ​​गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टर शामिल हैं. इनके बारे में अधिकारियों का मानना ​​है कि वह 2022 में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और इस साल अक्टूबर में महाराष्ट्र के पूर्व राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का मास्टरमाइंड किया था.

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