Gold Price Drop Alert: हो जाइए तैयार, एक साल में बस इतने रह जाएंगे सोने के दाम; लोग बेच रहे गहने
विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 में सोने की कीमतों में तेज गिरावट आ सकती है. अगले 1-2 महीनों में इसमें 10% और साल भर में करीब 30% तक की गिरावट की संभावना जताई गई है. विश्लेषकों का मानना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन, सेंट्रल बैंक की खरीदारी और ETF डिमांड जैसी तमाम स्थितियों को बाजार पहले ही फैक्टर कर चुका है. फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,371 डॉलर यानी 2,81,479 रुपये प्रति आउंस है, जो जल्द ही 2,400 डॉलर यानी 2,00,400 रुपये तक गिर सकता है.

Gold Price Drop Alert: 2025 की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में लगभग 30% की जोरदार तेजी आई है, लेकिन अब विशेषज्ञ बड़ी गिरावट की चेतावनी दे रहे हैं. जानकारों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें अभी अपने पीक पर हैं और अगले 1-2 महीने में इसमें 8-10% की गिरावट आ सकती है. वहीं, एक साल में सोने में 30% तक की गिरावट संभव है, अगर वैश्विक तनाव कम होते हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने की कीमतों में आई तेजी में मध्य-पूर्व में युद्ध, ब्लैक सी में तनाव, डॉलर के प्रभाव में गिरावट, ETF की डिमांड और सेंट्रल बैंक की खरीद पहले ही शामिल हो चुकी हैं. इसलिए अब कीमतों में ठहराव या गिरावट की पूरी संभावना है.
भू-राजनीतिक तनावों का असर खत्म, अब बाजार कर चुका है सबकुछ 'फैक्टर इन'
CNBC Awaaz की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य पूर्व और ब्लैक सी क्षेत्रों में एक साथ चल रही जंगों और लगातार बढ़ते तनावों के बावजूद सोना अब स्थिर है. इससे यह संकेत मिलता है कि बाज़ार ने पहले ही इन घटनाओं का प्रभाव मूल्य में समाहित कर लिया है. अजय केडिया (Kedia Advisory) का कहना है, "ईरान-इजराइल जंग के पहले दिन तो सोना उछला, लेकिन उसके बाद कीमतें स्थिर रहीं, जो बताता है कि ये कारक अब असर खो चुके हैं."
सिटीबैंक (Citibank) ने भी अगले 3 महीने के लिए अपने गोल्ड टारगेट को 3,500 डॉलर यानी 2,92,250 रुपये प्रति आउंस (9,396 प्रति ग्राम) से घटाकर 3,300 डॉलर यानी 2,31,000 रुपये प्रति आउंस (₹ 7,427 प्रति ग्राम) और अगले 6-12 महीनों के लिए इसे 3,000 डॉलर प्रति आउंस (2,50,000 रुपये) यानी 8,038 रुपये प्रति ग्राम से घटाकर 2,800 डॉलर (2,34,000 रुपये) यानी 7,523 रुपये प्रति ग्राम किया है.
सोना 2,00,400 रुपये तक गिर सकता है
केडिया ने बताया कि अगर वैश्विक तनाव कम होते हैं तो सोना 2,700 डॉलर (2,25,450 रुपये)- 2,800 (2,34,000 रुपये) प्रति आउंस के स्तर तक गिर सकता है. वहीं, अगर स्थितियां सामान्य हुईं तो 2,400 डॉलर (2,00,400 रुपये) यानी 6,443 प्रति ग्राम तक की बड़ी गिरावट भी संभव है, जो मौजूदा दरों (2,81,479 प्रति औंस यानी 9,050 रुपये प्रति ग्राम) से 30% नीचे होगा.
खुदरा बाजार पर असर: लोग बेच रहे हैं पुरानी ज्वेलरी
काशी ज्वेलर्स के श्रेयांश कपूर के अनुसार, ऊंचे दामों के कारण अब लोग पुराने गहने बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं. उन्होंने बताया, "25 साल में पहली बार देखा है कि इतने लोग ज्वेलरी बेचने आ रहे हैं. पहले 5-7% लोग ऐसा करते थे, अब ये आंकड़ा 25% तक पहुंच गया है."
क्वांट म्यूचुअल फंड की रिपोर्ट
Quant Mutual Fund ने अपनी जून 2025 की फैक्टशीट में बताया कि सोने की कीमतें अगले दो महीनों में 12-15% तक गिर सकती हैं. हालांकि, मीडियम और लॉन्ग टर्म में फंड ने सोने को पोर्टफोलियो का एक अहम हिस्सा बनाए रखने की सलाह दी है.
जनवरी से अब तक 30% की बढ़त
2025 के शुरुआती दिनों में सोना 2,600 डॉलर (2,24,250 रुपये) प्रति औंस यानी 7,210 रुपये प्रति ग्राम पर था, जो अब बढ़कर 3,355 डॉलर यानी 2,89,143.75 रुपये प्रति आउंस यानी 9,296 रुपये प्रति ग्राम तक पहुंच चुका है. इसकी प्रमुख वजहें रहीं- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की आशंका, रूस-यूक्रेन युद्ध, और सुरक्षित निवेश की मांग,
अगर आप सोने में निवेश की योजना बना रहे हैं तो आने वाले महीनों में गिरावट का इंतजार करना समझदारी भरा हो सकता है. वहीं मौजूदा ऊंचे भावों पर पुराने गहनों को बेचकर मुनाफा कमाने का यह एक सुनहरा मौका हो सकता है.