24 घंटे में दो बार हिली अरुणाचल की धरती, दिबांग घाटी में भूकंप से दहशत का माहौल
अरुणाचल प्रदेश की दिबांग घाटी में बीते 24 घंटों में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. रविवार सुबह 3.8 तीव्रता का झटका आया, जबकि शनिवार को 3.4 तीव्रता दर्ज की गई. हालांकि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लगातार झटकों ने लोगों को सतर्क कर दिया है. प्रशासन ने इमारतों की जांच शुरू की है.

पिछले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी क्षेत्र में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे स्थानीय लोग सतर्क हो गए. रविवार सुबह करीब 5 बजकर 6 मिनट पर धरती फिर डोली, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 मापी गई. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस झटके की पुष्टि करते हुए बताया कि भले ही कंपन हल्का था, लेकिन लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए.
शनिवार दोपहर को भी इसी क्षेत्र में भूकंप का एक हल्का झटका महसूस किया गया था. दोपहर 3 बजकर 11 मिनट और 36 सेकेंड पर आए इस झटके की तीव्रता 3.4 थी, जो थोड़ी कम ज़रूर थी लेकिन लगातार दो झटकों ने इलाके में चिंता का माहौल पैदा कर दिया. दिबांग घाटी जैसे संवेदनशील पर्वतीय क्षेत्र में इस तरह के दोहराव को विशेषज्ञ गंभीर संकेत मानते हैं.
भारतीय भूकंप विज्ञान संस्थान के अनुसार इन दोनों झटकों का केंद्र ज़मीन से 12 किलोमीटर गहराई में था. अक्षांश 28.78°N और देशांतर 95.70°E पर स्थित इस केंद्र को भविष्य में और गहन निगरानी की ज़रूरत बताई जा रही है, क्योंकि यह इलाका टेक्टोनिक प्लेट्स की सीमा पर स्थित है.
हालांकि फिलहाल किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन भूकंप से जुड़े दिशा निर्देशों को दोहराया है. इलाके के स्कूलों और सरकारी इमारतों की जांच भी शुरू कर दी गई है ताकि कोई ढांचागत कमजोरी सामने न आए. भूकंप भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उसने बड़ी चेतावनी जरूर दी है.