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करीब 200 फीसदी बढ़ा राजनीतिक दलों का चंदा, अकेले इस ट्रस्‍ट ने दान किए 880 करोड़; BJP फिर टॉप पर

हाल ही में ADR राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की. जिसमें बताया गया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान नेशनल पॉलिटिकल पार्टियों को 2,544.278 करोड़ रुपये डोनोशन के रूप में मिले. इसमें बीजेपी के हिस्से में 2,243.947 करोड़ रुपये आए. यह बाकी पार्टियों से सबसे ज्यादा रहा.

करीब 200 फीसदी बढ़ा राजनीतिक दलों का चंदा, अकेले इस ट्रस्‍ट ने दान किए 880 करोड़; BJP फिर टॉप पर
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( Image Source:  freepik )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 8 April 2025 3:16 PM IST

केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी देश की सबसे ज्यादा चंदा पाने वाली पार्टी बन गई है. इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें पाया गया कि अन्य पार्टियों के मामले भाजपा डोनेशन पाने में टॉप पर है. चुनाव पर नजर रखने संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है.

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान नेशनल पॉलिटिकल पार्टियों को 2,544.278 करोड़ रुपये डोनोशन के रूप में मिले थे. जिसमें बीजेपी अकेले बीजेपी के हिस्से में 2,243.947 करोड़ रुपये मिले, जो 20,000 रुपये से अधिक राशि वाले कुल 8,358 योगदानों से प्राप्त हुआ. यह रिपोर्ट राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी पर आधारित है और इसमें 20,000 रुपये से ऊपर के दानों का विश्लेषण किया गया है.

कुल चंदा और अन्य दलों की स्थिति

वित्त वर्ष 2023-24 में सभी राष्ट्रीय दलों को मिलाकर कुल 2,544.28 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ, जो पिछले साल की तुलना में करीब 199% अधिक है. इस राशि में से अकेले भाजपा को मिला चंदा 88% के करीब है. कांग्रेस पार्टी को इसी अवधि में 1,994 योगदानों से 281.48 करोड़ रुपये का चंदा मिला. इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) जैसे दलों का स्थान रहा, जबकि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने लगातार 18वें साल 20,000 रुपये से ऊपर का कोई दान घोषित नहीं किया.

भाजपा और कांग्रेस के दान में बड़ी बढ़ोतरी

भाजपा को पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में 719.85 करोड़ रुपये का दान मिला था, जो इस बार बढ़कर 2,243.94 करोड़ हो गया – यानी 211.72% की वृद्धि. कांग्रेस को 2022-23 में 79.92 करोड़ रुपये मिले थे, जो इस बार 252.18% बढ़कर 281.48 करोड़ हो गए. वहीं, AAP के चंदों में 70% से अधिक और NPEP के चंदों में लगभग 98% की गिरावट दर्ज की गई.

रिपोर्ट दाखिल करने में देरी

चुनाव आयोग द्वारा तय समयसीमा 30 सितंबर 2024 थी, लेकिन केवल BSP और AAP ने रिपोर्ट समय पर दाखिल की. भाजपा ने अपनी रिपोर्ट 42 दिन की देरी से सौंपी, CPI(M) ने 43 दिन, कांग्रेस ने 27 दिन और NPEP ने 23 दिन बाद रिपोर्ट जमा की.

कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत दाताओं की भूमिका

रिपोर्ट के अनुसार, कुल 2,262.55 करोड़ रुपये (करीब 89%) चंदा कॉर्पोरेट और व्यावसायिक संस्थानों से आया, जबकि व्यक्तिगत दाताओं से 270.87 करोड़ रुपये (लगभग 11%) का योगदान मिला. भाजपा को 3,478 कॉर्पोरेट दान से 2,064.58 करोड़ रुपये मिले और 4,628 व्यक्तियों से 169.12 करोड़ प्राप्त हुए. वहीं कांग्रेस को 102 कॉर्पोरेट योगदानों से 190.32 करोड़ रुपये और 1,882 व्यक्तियों से 90.89 करोड़ रुपये मिले.

प्रमुख दानदाता और ट्रस्ट

प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट भाजपा और कांग्रेस दोनों को दान देने वाला सबसे बड़ा ट्रस्ट रहा. इस ट्रस्ट ने भाजपा को 723.675 करोड़ और कांग्रेस को 156.40 करोड़ रुपये का दान दिया.

अन्य प्रमुख कॉर्पोरेट दानकर्ता

  • ट्रायम्फ इलेक्टोरल ट्रस्ट – भाजपा को 127.5 करोड़ रुपये
  • डिराइव इन्वेस्टमेंट्स – भाजपा को 50 करोड़, कांग्रेस को 3.2 करोड़ रुपये
  • Acme Solar Energy Pvt. Ltd., Bharat Biotech, Rungta Sons, और Dinesh Chandra R Agarwal Infracon Pvt. Ltd. ने भी भाजपा को करोड़ों में चंदा दिया.
  • ADR ने यह भी नोट किया कि कुछ दानकर्ताओं द्वारा घोषित चंदों और पार्टी द्वारा रिपोर्ट में दर्ज आंकड़ों में मामूली अंतर पाया गया.

सुधार की सिफारिशें

  • 20,000 रुपये से ऊपर के हर दान के लिए PAN नंबर अनिवार्य हो
  • अधूरी रिपोर्टों को रद्द किया जाए
  • CBDT द्वारा हर साल दान रिपोर्टों की जांच हो
  • RTI के तहत दाताओं की जानकारी सार्वजनिक की जाए
  • चुनाव आयोग को लापरवाही करने वाले दलों के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए
  • रिपोर्ट ट्रैकिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाए
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