कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना! पीएम मोदी की पुरानी तस्वीर शेयर कर मचा दिया दिग्विजय ने हंगामा; CWC की बैठक में बवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा के केंद्र में आ गए हैं. पार्टी नेतृत्व को सुधारों की सलाह देने वाला पत्र लिखने के ठीक एक हफ्ते बाद, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 1990 के दशक की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर साझा कर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की खुले तौर पर प्रशंसा कर दी.
Digvijaya Singh Post: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा के केंद्र में आ गए हैं. पार्टी नेतृत्व को सुधारों की सलाह देने वाला पत्र लिखने के ठीक एक हफ्ते बाद, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 1990 के दशक की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर साझा कर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की खुले तौर पर प्रशंसा कर दी, जिससे राजनीतिक गलियारों में नई बहस छिड़ गई है.
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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का यह कदम इसलिए भी चौंकाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस लंबे समय से भाजपा और RSS को अपने प्रमुख राजनीतिक विरोधी के रूप में निशाने पर लेती रही है. ऐसे में एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता की ओर से संघ-भाजपा संगठन की सराहना ने पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगह सवाल खड़े कर दिए हैं.
क्वोरा से मिली तस्वीर, सोशल मीडिया पर साझा
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर क्वोरा (Quora) का एक स्क्रीनशॉट साझा किया. इस तस्वीर में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी गुजरात में आयोजित एक कार्यक्रम में मंच पर दिखाई दे रहे हैं, जबकि युवा नरेंद्र मोदी उनके पास जमीन पर बैठे नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर के साथ दिग्विजय सिंह ने संघ-भाजपा के संगठनात्मक ढांचे की प्रशंसा करते हुए लिखा “मुझे यह तस्वीर Quora साइट पर मिली. यह बहुत प्रभावशाली है... जिस तरह RSS के जमीनी स्तर के स्वयंसेवक और जनसंघ (@BJP4India) के कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में बैठकर राज्य के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री बनते हैं. यही इस संगठन की ताकत है. जय सिया राम.”
विवाद बढ़ने पर दिया स्पष्टीकरण
जब इस बयान को लेकर सवाल उठने लगे, तो दिग्विजय सिंह ने सफाई पेश की. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने केवल संगठन की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की है, न कि भाजपा या RSS की विचारधारा का समर्थन किया है. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे भाजपा और RSS का विरोध पहले की तरह आगे भी करते रहेंगे.
@digvijaya_28
उधर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की, जिनमें नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों का चल रहा विशेष गहन संशोधन (एसआईआर), एमजीएनआरईजीए को प्रतिस्थापित करने के लिए शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में पारित किया गया नया जीआरएएम जी विधेयक और बांग्लादेश में चल रही अशांति सहित अन्य मुद्दे पर चर्चा हुई. जिसमें मल्लिकार्जुन खर्गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और शशि थरूर सहित कई नेता शामिल हुए.





