पेट्रोल पंप से पेट्रोल चुराकर धीरूभाई अंबानी बने अरबपति, अजित पवार का Video Viral; सफाई में क्या बोले?
मालेगांव चीनी मिल चुनाव प्रचार के दौरान अजित पवार के ‘पेट्रोल पंप’ वाले बयान ने सोशल मीडिया पर आग लगा दी है. धीरूभाई अंबानी का उदाहरण देते हुए उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया, लेकिन दावा किया गया कि वीडियो को तोड़-मरोड़कर वायरल किया गया. अब यह बयान महाराष्ट्र की राजनीति में नया मुद्दा बन गया है.

बारामती तालुका में मालेगांव सहकारी शक्कर कारखाने के 22 जून को होने वाले चुनाव को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार मैदान में सक्रिय हैं. प्रचार के दौरान दिए गए उनके एक बयान ने सोशल मीडिया पर जोरदार हलचल मचा दी है. धीरूभाई अंबानी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अंबानी ने पेट्रोल पंप से शुरुआत की थी. वायरल वीडियो में उन्होंने कहा कि पंप पर पेट्रोल चुराकर धीरूभाई अंबानी अरबपति बने. उन्होंने इसे अंबानी उद्योग समूह की सफलता का रहस्य बताया. अब इस टिप्पणी पर काफी बवाल मचा हुआ है.
अजित पवार ने अपने भाषण में कहा, “अगर मैंने सहकारी संस्था की आलोचना की होती तो क्या पेट्रोल पंप खोल लेता? मेरे गरीब बच्चे वहां काम करते. पंप पर काम करना छोटा काम नहीं है.” यह संदेश उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने के लिए दिया, लेकिन उनके शब्दों की व्याख्या को लेकर बहस छिड़ गई है.
क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि पवार के बयान को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है. दावा किया गया कि पवार ने कहा "धीरूभाई अंबानी पेट्रोल पंप से चोरी करते थे", जबकि असली क्लिप में उन्होंने ‘भरने’ शब्द का प्रयोग किया था. इस फर्जी व्याख्या ने राजनीतिक विवाद को और बढ़ा दिया.
गलत बोला तो राजनीति छोड़ दूंगा: अजित पवार
बयान को लेकर उठे विवाद पर नाराजगी जताते हुए अजित पवार ने कहा, “अगर मैंने गलत शब्द का प्रयोग किया है तो राजनीति छोड़ दूंगा.” उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना था और किसी का अपमान नहीं करना.
सामाजिक कार्यकर्ता का निशाना
सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अजित पवार के वीडियो को शेयर करते हुए उन पर निशाना साधा. उन्होंने सिंचाई घोटाले और महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक (MSC Bank) घोटाले का हवाला देते हुए एनसीपी नेतृत्व पर हमला बोला और इसे "दोहरे मापदंड" करार दिया.
बयान के मूल भाव से छेड़छाड़
एनसीपी प्रवक्ता आनंद परांजपे ने बयान की सफाई देते हुए कहा कि अजित पवार का आशय युवाओं को प्रोत्साहित करने का था और उन्हें गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है. उन्होंने कहा, “सीमित संसाधनों में भी अगर इरादा मजबूत हो तो कुछ भी संभव है- यही संदेश था. बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करना दुर्भाग्यपूर्ण है.”