स्कैमर्स हो रहे स्मार्ट! नए तरीकों से कर रहे लोगों से ठगी, आपके पास भी है क्रेडिट कार्ड तो हो जाएं सावधान
Online Fraud: इन दिनों बहुत से तरह के स्कैम चल रहे हैं. जालसाज नए-नए तरीके अपनाते हैं और लोगो के साथ ठगी करते हैं. हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने एक और तरीके से ठगी की. इस ठगी में 6 लोगों की गैंग शामिल थी. जालसाज लोगों से झूठा वादा करते थे कि वे उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा देंगे. वे लोगों को ऐसे बताते थे जिससे लोगों को विश्वास हो जाता था और लोग उनके शिकार हो जाते थे. नोएडा पुलिस ने गैंग को अरेस्ट कर लिया है.

Online Fraud: ऑनलाइन फ्रॉड के बढ़ते मामलों में स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगते हैं. हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया, जहां ठगी करने वाला पूरा गिरोह (गैंग) क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा था. इस धोखेधाड़ी का शिकार 50 से ज्यादा लोग हुए हैं. नोएडा पुलिस ने छह लोगों की एक गैंग को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झूठा वादा करके ठग रहे थे. पुलिस के अनुसार, ये स्कैमर्स खुद को बैंक अधिकारी बताकर लोगों को फोन करते थे और उनकी लिमिट बढ़ाने के लिए शानदार ऑफर देते थे.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि कांता (45), अमित कुमार (28), तेज सिंह (24), विकास झा (27), नागेंद्र शर्मा (24) और नवाब खान (24) शामिल हैं.
फिशिंग लिंक के जरिए धोखा
स्कैमर्स लोगों का भरोसा जीतने के बाद उन्हें फिशिंग लिंक्स भेजते थे, जो नकली वेबसाइट्स पर ले जाते थे. ये वेबसाइट्स एक दम असली बैंक की साइट्स जैसी दिखती थीं, ताकि लोगों को किसी भी तरह का शक न हो सके. इसके बाद, पीड़ितों को इन नकली वेबसाइट्स से एक ऐप डाउनलोड करने को कहा जाता था. ऐप के जरिए उन्हें पर्सनल जानकारी दर्ज करने को कहा जाता था, जैसे: क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, ईमेल आईडी और पासवर्ड, पैन, आधार कार्ड नंबर, क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी डेट और सीवीवी .
क्रेडिट कार्ड से की गई महंगी शॉपिंग
नोएडा पुलिस के एडीसीपी मनीष मिश्रा ने बताया कि स्कैमर्स ने चोरी की गई जानकारी और ओटीपी का इस्तेमाल कर ई-कॉमर्स साइट्स से महंगे सामान जैसे मोबाइल फोन और सोने-चांदी के सिक्के खरीद लिए.
इस पूरे मामले में पुलिस को बड़ा सुराग मिलने के बाद छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, गैंग का मुख्य आरोपी, जो "मोटा भाई" के नाम से जाना जाता है, अभी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बचने के लिए सावधानियां
1- किसी अनजान व्यक्ति से फोन कॉल पर अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें.
2- बैंक की वेबसाइट या ऐप को डाउनलोड करते समय पूरी जांच करें.
3- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें.
4- क्रेडिट कार्ड डिटेल्स को सुरक्षित रखें और नियमित रूप से ट्रांजेक्शन चेक करते रहें.