कोरोना फिर बढ़ा रहा टेंशन: केरल और महाराष्ट्र फिर बन रहे हॉटस्पॉट, 1000 पार पहुंचे एक्टिव केस
भारत में कोरोना वायरस फिर से सक्रिय होता दिख रहा है. बीते हफ्ते 752 नए मामलों के साथ एक्टिव केस 1,009 तक पहुंच गए हैं. केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. विशेषज्ञों ने सतर्कता की सलाह दी है. सरकार टेस्टिंग और निगरानी बढ़ा रही है ताकि संक्रमण को समय रहते रोका जा सके.

भारत में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने चिंता बढ़ा दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,009 तक पहुंच गई है, जिसमें से केवल बीते हफ्ते में 752 नए केस सामने आए हैं. सबसे ज्यादा मामले केरल (430) और महाराष्ट्र (209) से सामने आए हैं, जो एक बार फिर 'एपिक सेंटर' बनते नजर आ रहे हैं.
दिल्ली में एक हफ्ते में 99 नए केस
देश की राजधानी दिल्ली में 104 सक्रिय केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें 99 मामले केवल पिछले 7 दिनों में आए हैं. यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग को एक बार फिर अलर्ट मोड में डाल रहा है.
अन्य प्रभावित राज्य:
- गुजरात: 83 एक्टिव केस
- कर्नाटक: 47 केस
- उत्तर प्रदेश: 15 केस
- पश्चिम बंगाल: 12 केस
कोरोना से मौतें भी दर्ज
- महाराष्ट्र में 4 मौतें
- केरल में 2 मौतें
- कर्नाटक में 1 मौत की पुष्टि हुई है
लेकिन राहत की बात है कि अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में फिलहाल कोई सक्रिय मामला दर्ज नहीं है.
टीकाकरण के बाद आई थी राहत
बीते दो वर्षों में भारत ने बड़े पैमाने पर मुफ्त और तेज़ टीकाकरण अभियान चलाया था, जिससे संक्रमण पर काफी हद तक काबू पाया गया था. लेकिन अब एक बार फिर से मामले सामने आना इस बात का संकेत है कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है, और स्वास्थ्य सिस्टम को दोबारा चौकन्ना रहने की जरूरत है.
क्या कह रहे एक्सपर्ट?
विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि संक्रमण की रफ्तार अभी बहुत तेज नहीं है, लेकिन हॉटस्पॉट राज्यों में निगरानी, टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को फिर से प्राथमिकता देना होगा, ताकि स्थिति बेकाबू न हो.
भारत में कोरोना एक बार फिर सिर उठा रहा है, खासकर केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में. यह समय है सतर्क रहने का, न कि लापरवाही करने का. सरकार की निगरानी और लोगों की जागरूकता मिलकर ही इस संक्रमण को दोबारा फैलने से रोक सकती है.