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'ये लोग पाकिस्तान को बचाना चाहते थे, हिंदू टेररिस्ट नहीं हो सकता'; राज्यसभा में शाह ने विपक्ष के Op सिंदूर और महादेव के हर सवालों को दिया जवाब

अमित शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' पर विपक्ष की आपत्तियों को खारिज करते हुए कांग्रेस पर वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि आतंकवाद के खिलाफ ये सबसे कड़ा और निर्णायक प्रहार था, जिसकी गूंज दुनिया भर में सुनाई दी.

ये लोग पाकिस्तान को बचाना चाहते थे, हिंदू टेररिस्ट नहीं हो सकता; राज्यसभा में शाह ने विपक्ष के Op सिंदूर और महादेव के हर सवालों को दिया जवाब
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 30 July 2025 9:04 PM

संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि "कांग्रेस ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पाकिस्तान को दे दिया. लेकिन भारतीय जनता पार्टी उसे वापस लेकर आएगी. शाह ने आतंकवाद पर कांग्रेस की नीति पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि मोदी सरकार के नेतृत्व में आतंकियों को पहली बार पाकिस्तान की धरती पर घुसकर करारा जवाब दिया गया.

अमित शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' पर विपक्ष की आपत्तियों को खारिज करते हुए कांग्रेस पर वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि आतंकवाद के खिलाफ ये सबसे कड़ा और निर्णायक प्रहार था, जिसकी गूंज दुनिया भर में सुनाई दी.

'कांग्रेस के कारण PoK गया, BJP लाकर रहेगी वापस'

राज्यसभा में बोलते हुए शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'आप हमसे पूछते हैं PoK के बारे में? BJP उसे वापस लाएगी, जबकि आपने उसे पाकिस्तान को दे दिया।” उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ दी गई है और यह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से मुक्त होगा.

'आतंकवादियों को सिर में गोली मारी गई, ये देश की भावनाएं हैं'

शाह ने कहा, पहलागाम आतंकी हमले में मारे गए नौसेना अधिकारी की पत्नी से बातचीत के बाद देश की जनता की भावना स्पष्ट थी—आतंकियों को सिर में गोली मारी जाए, और हमारी सेना ने वही किया.' उन्होंने बताया कि मारे गए तीनों आतंकियों को सिर में गोली लगी, जिनमें से एक हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान, हमले का मास्टरमाइंड था.

ऑपरेशन महादेव पर उठाए सवालों का करारा जवाब

विपक्ष द्वारा ऑपरेशन महादेव के नाम और समय को लेकर उठाए गए सवालों पर अमित शाह ने कहा, 'क्या आतंकियों को मारने के लिए मुहूर्त देखा जाएगा? क्योंकि राहुल गांधी को भाषण देना था, इसलिए आतंकियों को उस दिन नहीं मारा जाना चाहिए था? ये राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है, राजनीति का नहीं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि 'हर हर महादेव' सिर्फ धार्मिक उद्घोष नहीं, बल्कि भारत की शक्ति और पराक्रम का प्रतीक है, जिसे छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना भी गर्जना के रूप में इस्तेमाल करती थी.

'UPA सरकार सिर्फ डोजियर भेजती थी, हमने ब्रह्मोस चलाया'

गृह मंत्री ने UPA सरकार की तुलना मोदी सरकार से करते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ पाकिस्तान को डोजियर भेजती रही, लेकिन हमने ब्रह्मोस से जवाब दिया। उन्होंने दावा किया कि यदि कांग्रेस सत्ता में होती तो वह पहलागाम हमले के बाद पाकिस्तान को क्लीन चिट दे देती। "कांग्रेस को आतंकवाद पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है.

'ऑपरेशन की टाइमिंग पर क्यों सवाल? हमें जैसे ही लोकेशन मिली, हमला किया'

शाह ने बताया कि आतंकियों की सटीक लोकेशन 22 जुलाई को मिली थी. इसके बाद 4 पैरा, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ बैठक कर ऑपरेशन की योजना बनाई गई और 28 जुलाई को आतंकियों का सफाया कर दिया गया. उन्होंने कहा, “155 लोगों से पूछताछ की गई, फोटो बनाए गए, जांच की गई और आतंकियों को शरण देने वालों पर भी कार्रवाई की गई.

'आप आतंकियों को बचाना चाहते हैं?- शाह का विपक्ष पर सवाल

विपक्ष पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, 'आप आतंकियों को बचाना चाहते हैं? लेकिन देखिए महादेव क्या करते हैं. जिस दिन सवाल पूछे गए, उसी दिन आतंकवादी मारे गए. उन्होंने ऑपरेशन महादेव को राष्ट्र की सुरक्षा और शौर्य का प्रतीक बताया.

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