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क्या 'INDIA' ब्लॉक में कांग्रेस की छीछालेदर? ममता को कैप्टन बनाने के मूड में अखिलेश और शरद पवार

'INDIA' Bloc Boss: हरियाणा और महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों में दो बड़े झटकों ने विपक्षी दल 'INDIA' ब्लॉक में कांग्रेस के किरदार पर सवाल उठा रहे हैं. अब तो ममता बनर्जी ने कैप्टन बनने की पेशकश की है, जिसके बाद उन्हें सहयोगियों का समर्थन भी मिल रहा है.

क्या INDIA ब्लॉक में कांग्रेस की छीछालेदर? ममता को कैप्टन बनाने के मूड में अखिलेश और शरद पवार
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'INDIA' Bloc Boss
सचिन सिंह
By: सचिन सिंह

Updated on: 8 Dec 2024 6:39 PM IST

'INDIA' Bloc Boss: लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर जीत दर्ज कर 'INDIA' ब्लॉक की कांग्रेस ने भले ही कमबैक का माहौल देश में बनाने में कामयाब हो गई, लेकिन पार्टी के हरियाणा और महाराष्ट्र करारी हार ने अपने सहयोगियों से तकरार पैदा कर दी है. कांग्रेस के लिए 'INDIA' ब्लॉक का बॉस बने रहना अब संभव नहीं दिख रहा है. सहयोगी अब पार्टी पर भरोसा नहीं जता रहे हैं.

कांग्रेस को सिर्फ हार से झटका नहीं लगा है, बल्कि अपने ही सहयोगियों की बगावत ने उनकी टेंशन बढ़ा दी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से 'INDIA' ब्लॉक का कमान संभालने की इच्छा जताई है. इसे लेकर उन्हें दूसरे दो बड़े सहयोगियों ने समर्थन किया है. एक तरफ अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और दूसरी ओर शरद पवार की NCP ने ममता का समर्थन किया है. ऐसे में ये कांग्रेस को साइड लाइन लगाने की तैयारी जैसा दिख रहा है.

क्या होगा कांग्रेस का भविष्य?

लोकसभा चुनाव में बढ़त के साथ कांग्रेस अपने भविष्य के लिए अति उत्साही दिखी, लेकिन पार्टी अपनी आगे की रणनीति में फेल होती जा रही है. हाल के राज्यों में हुए चुनाव में पार्टी पूरी तरह से नाकामयाब साबित रही. 89 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में कांग्रेस 60 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही थी और 40 से भी कम सीटें आई हैं. वहीं 288 सदस्यीय विधानसभा वाले महाराष्ट्र में 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस 15 सीटें जीत पाईं.

कांग्रेस का गिरता ग्राफ

राहुल गांधी की लाख कोशिश के बाद भी पार्टी का ग्राफ गिरता जा रहा है, जिससे इसके भविष्य को लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं. जहां तक पार्टी के अंदरुनी कलह की बात करें तो पार्टी कई मौके पर अपने ही नेताओं के बीच तकरार में हार जाती है, जो हरियाणा विधानसभा में देखने को मिली. ऐसे में पार्टी में कोई भी ऐसी मजबूती 2014 की करारी हार के बाद दिखाई नहीं दे रही है. पार्टी नेतृत्व लगातार इसके संचालन की कोशिश तो करता है, लेकिन अपनी रणनीति में फेल होता दिखता है.

ममता पर आखिरी दांव खेलना चाहते सहयोगी

जहां उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के साथ लोकसभा चुनाव लड़कर, कांग्रेस ने अच्छी बढ़त बनाई, वहीं अब सपा की ओर से भी मनमुटाव की खबर आ रही है. सपा का कांग्रेस से किनारा करना, पार्टी की भविष्य को खतरे में डालती है, क्योंकि उत्तर प्रदेश जैसे पड़े राज्य में कांग्रेस के लिए अकेले फतह कर पाना असंभव जैसा दिखता है. वहीं बंगाल में ममता बनर्जी ने जब से बीजेपी को हराया, तब उन्हें सहयोगियों का भी साथ मिल रहा है. अब 'INDIA' ब्लॉक के सहयोगी भी आखिरी दांव ममता बनर्जी के साथ ही खेलने के मूड में दिख रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस का भविष्य एक बार फिर से सवालिया घेरे में है.

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