बहराइच हिंसा की पूरी कहानी: अब तक क्या क्या हुआ, जानें कैसी भड़की हिंसा?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माहौल खराब करने वाले लोगों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस को उपद्रवियों की पहचान कर उनपर सख्त कार्रवाई करने का आदेश भी दिया है। इसके बावजूद भी बहराइच में हालात काबू से बाहर हो गए। इस हिंसा में कई लोग बुरी तरह से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

उत्तर प्रदेश का बहराइच जिला एक बार फिर से सुर्ख़ियों में है। महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर पहले विवाद हुआ फिर दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित हो गई। प्रदर्शन के दौरान दूसरे समुदाय के लोग युवक को घर के अंदर ले गए और गोली मार दी। इसके बाद बवाल शुरू हो गया। अब दंगे की आग गांव तक पहुंच गई है। लोगों ने पुलिस को भी घेर लिया, कई गाड़ियां फूंक दीं और दुकानों में आग दी। प्रशासन ने इंटरनेट बंद कर दिया है।
बहराइच के महराजगंज कस्बे में लोग श्रद्धा के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रहे थे। सभी भक्ति के रंग में डूबकर डीजे पर नाच रहे थे। इसी दौरान उनका जुलूस गैर हिंदू इलाके से गुजरा। दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे पर बज रहे गानों पर आपत्ति जताना शुरू कर दिया। इसके बाद गाना बंद करने को लेकर लोगों पक्षों में विवाद शुरू हो गया।
विवाद जैसे ही शुरू हुआ कि दूसरे समुदाय के लोग अपने छत पर से ईंट पत्थर फेंकने लगे। इससे मां दुर्गा की मूर्ति खंडित हो गया। अब हिंदू पक्ष के लोगों का गुस्सा काफी बढ़ गया। दोनों पक्ष भिड़ गए और मारपीट करने लगे। इसे काबू करने पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया जिससे भीड़ इधर उधर भागने लगी।
पहले पीटा फिर मार दी गोली
इस भीड़ में भाग रहे 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा को दूसरे समुदाय के लोगों ने पकड़ लिया और घर के अंदर घसीटते ले गए। पहले उसके साथ मारपीट की और फिर उसके शरीर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसकी जान ले ली। जब उसे बचाने के लिए राजन पहुंचा तो उसके साथ भी मारपीट की गई। यूपी पुलिस ने हत्या के आरोपी की पहचान कर ली है। आरोपी का नाम सलमान है और फ़िलहाल फरार है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
जब जुलूस में मौजूद लोगों ने देखा कि रामगोपाल की हालत गंभीर है तो लोग उसे लेकर मेडिकल कॉलेज भागे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जैसे ही रामगोपाल की मौत की सूचना मिली तो लोगों का गुस्सा भड़क गया और वो हिंसा पर उतरू हो गए। मूर्ति विसर्जन यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया। सभी ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी। और साथ में बचाने गए राजन की हालत गंभीर है और वो लखनऊ में भर्ती है।
मुजफ्फरनगर दंगे की दिला दी याद
बहराइच की सड़कों पर जब भीड़ हिंसक हुई तो यूपी पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दी और भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। हिंसा यहीं तक सीमित नहीं रहा। वह गांव की ओर बढ़ता चला गया। इस घटना ने मुजफ्फरनगर दंगे की याद दिला दी। मुज़फ्फरनगर दंगे के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जब कोई दंगा गांव तक फैला है। गुस्साए लोगों ने ग्रामीणों के घर, मकान, दुकान, संपत्ति, ट्रैक्टर, बाइक को आग के हवाले कर दिया।
पीड़ितों ने बताया अपना दुख
लोग घर छोड़कर भागने लगे, उन्हें दूसरे गांवों में शरण लेना पड़ा। मीडिया जब दंगा ग्रस्त गांव में पहुंची तो प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों ने बताया कि वह मजदूर है और उसके सामने ही उसके घर को आग के हवाले कर दिया गया। एक व्यक्ति ने बताया कि देखिए वह खान साहब का घर है भईया, जिसे जला दिया गया है। बताया गया कि भीड़ ने जब गांव पर हमला किया तो ग्रामीण अपना घर छोड़कर खेतों की तरफ भाग निकले, तब जाकर जान बची।
आंखों के सामने घर जलता रहा
कबाड़ी टोला के रहने वाले लोगों ने बताया कि कबाड़ी टोला को पूरी तरह से आग के हवाले कर दिया गया है। हाथ में बच्चे लिए रो रही और मदद की गुहार लगा रही पीड़िता ने बताया कि यहां सब मोटरसाइकिल से आए थे और गाड़ी से लेकर ठेला तक को जला दिया एक युवक अपने जले हुए घर के सामने रो रहा था और कहा रहा था कि भईया हमारा 14 लोगों का परिवार है, मजदूरी करता हूं, घर जल गया। अब आप ही बताईए, कहां जाएं हम? हम लोगों पर एक एफआईआर भी नहीं था, लेकिन हम लोगों के साथ ये हो गया। हमने क्या गलती की थी?
क्या बोले सीएम योगी?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माहौल खराब करने वाले लोगों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस को उपद्रवियों की पहचान कर उनपर सख्त कार्रवाई करने का आदेश भी दिया है। इसके बावजूद भी बहराइच में हालात काबू से बाहर हो गए हैं। इस हिंसा में कई लोग बुरी तरह से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
सड़क पर पिस्टल लेकर उतरे अमिताभ यश
सीएम योगी के आदेश के बाद यूपी पुलिस भी अब एक्शन मोड में आ गई है। बहराइच में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। जगह जगह पुलिस फ़ोर्स मार्च कर रही है। लोगों से शांति की अपील कर रही है। वहीं, ADG लॉ एंड ऑर्डर और STF चीफ अमिताभ यश का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह पुलिस फोर्स के साथ बहराइच की सड़कों पर हंगामा करने वालों को दौड़ाते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने हाथ में पिस्टल भी पकड़ रखा है और भीड़ की ओर ताने हुए हैं। इससे भीड़ भागती हुई नजर आ रही है। उनके सड़क पर उतरने से हिंसा पर हद तक काबू हो पाया है। यूपी पुलिस ने अभी तक 30 से ज्यादा दंगाईयों को गिरफ्तार कर लिया है। और 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
डीएम और एसपी भी सड़क पर उतरे
प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए जिले की एसपी वृंदा शुक्ला के साथ डीएम मोनिका रानी भी सड़क पर उतर आईं। दोनों महिला अधिकारियों ने बुलेटप्रूफ जैकेट और सिर में हेलमेट लगाया हुआ था। बता दें, डीएम मोनिका रानी ने 2010 में यूपीएससी परीक्षा में 70वीं रैंक हासिल की थी। वह गुरुग्राम की रहने वाली हैं। वह लखनऊ, गाजियाबाद, चित्रकूट और सहारनपुर जिलों में भी रह चुकी हैं। डीएम मोनिका रानी के नेतृत्व में ही बहराइच में ऑपरेशन भेड़िया चलाया गया था। वहीं, एसपी वृंदा शुल्का 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वह पंचकूला, हरियाणा की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। उनके पति अंकुर अग्रवाल भी यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से बीए की डिग्री हासिल की है।