जम्मू-कश्मीर: रामबन और रियासी में कुदरत का कहर! बादल फटने और भूस्खलन से 10 की मौत- कई लोग लापता, देखें तबाही का Video
जम्मू-कश्मीर के रामबन और रियासी में शनिवार को बादल फटने और भूस्खलन से बड़ा हादसा हो गया. इस आपदा में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि कई अन्य लापता बताए जा रहे हैं. हादसे में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और क्षेत्र में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला.

जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शनिवार को बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया. इस आपदा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. हादसे में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और क्षेत्र में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला. वहीं रियासी में भी बादल फटने और भूस्खलन से 7 लोगों के मारे जाने की खबर है. रियासी ज़िले के महोरे तहसील के बड्ढर गांव में भूस्खलन के कारण एक ही परिवार के सात लोग दब गए. घर मालिक नज़ीर अहमद, उनकी पत्नी और पांच मासूम बेटे मलबे में दबे बताए जा रहे हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है.
बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई जिलों में सड़क मार्ग पूरी तरह से ठप हो चुके हैं और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सड़कें बंद
रामबन श्रीनगर से लगभग 136 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (NH-44) समेत कई मुख्य सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. यातायात पूरी तरह रुक चुका है. रामबन के डिप्टी कमिश्नर अशोक कुमार शर्मा ने ANI से बातचीत में कहा कि 'पिछले कुछ दिनों की बारिश से कई सड़कों को नुकसान हुआ है. NH-44 फिलहाल बंद है. संभव है कि यह आज शाम तक या कल सुबह तक खुल जाए." उन्होंने आगे कहा कि 'मैं खुद मुगल रोड पर गया था. हम अवरोध हटाने का काम कर रहे हैं. आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मुगल रोड चालू है और आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की अनुमति दी गई है."
चेतावनी और अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूंछ, रियासी, राजौरी, किश्तवाड़ और उधमपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया था. वहीं शनिवार और रविवार को पूंछ, किश्तवाड़, जम्मू, रामबन और उधमपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है.
स्कूलों में छुट्टी और ऑनलाइन कक्षाओं का निर्देश
हालात को देखते हुए जम्मू डिवीजन के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 30 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. शिक्षा विभाग ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की संभावनाएं तलाशने का निर्देश संस्थानों को दिया है, जहां इंटरनेट और तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हों.