कांग्रेस के सैम पित्रोदा ने IIT को किया बदनाम, केंद्र सरकार ने फैक्ट चेक कर दिया करार जवाब
Sam Pitroda News: कांग्रेस ने सैम पित्रोदा ने आरोप लगाया था कि जह वह रांची आईआईटी में लेक्चर दे रहे थे तो उनके प्रोग्राम को हैक करके अश्लील कंटेंट दिखाया गया था. अब इ मामले पर शिक्षा मंत्रालय ने सच का खुलासा किया है. मंत्रालय ने कहा, रांची में IIIT है ना की आईआईटी. पित्रोदा ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी की छवि खराब होने का काम किया.

Sam Pitroda: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कुछ समय पहले दावा किया था कि में रांची में एक आईआईटी संस्थान में छात्रों को संबोधित कर रहा था, तभी किसी प्रोग्राम को हैक कर लिया और सारी अश्लील सामग्री दिखानी शुरू कर दी था. फिर हमें इसे बंद करना पड़ा. उनके इस दावे का शिक्षा मंत्रालय ने जांच की. बुधवार को मंत्रालय ने फेक्ट रिपोर्ट पेश की और पित्रोदा की फटकार लगाई है. मंत्रालय ने कहा कि उनके सारे आरोप झूठे और निराधार हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि झारखंड की राजधानी में कोई आईआईटी नहीं है. बल्कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) है. पित्रोदा को किसी भी सम्मेलन या सेमिनार में लेक्चर देने के लिए इनवाइट नहीं किया गया था, चाहे वह फिजिकली हो या वर्चुअल. पित्रोदा ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी की छवि खराब होने का काम किया, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं.
मंत्रालय ने बताया पित्रोदा की सच्चाई
शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह संस्थान समय की कसौटी पर खरा उतरा है और इसने देश के कुछ सबसे प्रतिभाशाली लोगों को जन्म दिया है. आईआईटी की प्रतिष्ठा कई छात्रों, शिक्षकों और शिक्षाविदों की योग्यता, कड़ी मेहनत और उपलब्धियों पर आधारित है. आगे कहा कि गया अगर कोई संस्थान की छवि को खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
चीन पर भी दिया था बयान
पित्रोदा पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं. वह अपने बयानों को लेकर ही चर्चा में बने रहते हैं. इससे पहले उन्होंने कहा कि था कि भारत-चीन सीमा विवाद को "बढ़ा-चढ़ाकर" पेश किया गया है, क्योंकि अमेरिका को दुश्मन को परिभाषित करने की आदत है. बता दें कि यह टिप्पमी पीएम मोदी के वाशिंगटन दौरे के वक्त की गई थी.
भाजपा नेता पर भी लगाए थे आरोप
हाल ही में बीजेपी नेता एन आर रमेश ने सैम पित्रोदा पर बड़ा आरोप लगाया था. रमेश ने कहा, पित्रोदा ने नव विभाग के अधिकारियों और 5 सीनियर ऑफिसर की मदद से कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित येलहंका में 150 करोड़ रुपये की 12.35 एकड़ की सरकारी जमीन अवैध रूप से हथिया ली. उस पर पित्रोदा ने पलटवार करते हुए कहा कि एन आर रमेश के पास भारत में कोई घर नहीं है और ना ही कोई स्टॉक है. सोशल मीडिया इस मुद्दे को लेकर काफी हंगामा देखने को मिला.