Boys Vs Girls: ग्रामीण भारत में लड़कों की पढ़ाई पर खर्च ज्यादा, लड़कियों से लगभग 1,400 रुपए अधिक; NSS सर्वे में खुलासा
NSS सर्वे 2025 के अनुसार, ग्रामीण और शहरी भारत में लड़कों की शिक्षा पर खर्च लड़कियों से अधिक है. ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कों पर औसतन ₹9,033 और लड़कियों पर ₹7,660 खर्च होता है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह क्रमशः ₹24,788 और ₹21,997 है. खर्च स्कूल के स्तर और प्रकार के अनुसार भी बढ़ता है, खासकर प्राइवेट स्कूलों और प्राइवेट ट्यूशन में. कुल मिलाकर, लड़कों की पढ़ाई पर हर स्तर और क्षेत्र में अधिक खर्च होता है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के अंतर्गत अप्रैल–जून 2025 के दौरान व्यापक मॉड्यूलर सर्वे : शिक्षा (CMS:E) के 80वें राउंड का आयोजन किया. इस सर्वे का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी भारत में स्कूली शिक्षा पर होने वाले खर्च का आकलन करना था, जिसमें निजी कोचिंग पर होने वाला व्यय भी शामिल है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रति विद्यार्थी खर्च का विस्तृत आकलन किया गया है, जिसे लिंग, विद्यालय के प्रकार और नामांकन स्तर के आधार पर विभाजित किया गया है. इसमें यह साफ झलकता है कि लड़कों और लड़कियों के बीच शिक्षा पर होने वाले खर्च में स्पष्ट अंतर है.
ग्रामीण और शहरी भारत में औसत खर्च
सर्वे के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति विद्यार्थी औसत खर्च लड़कों के लिए ₹9,033 और लड़कियों के लिए ₹7,660 रहा. शहरी इलाकों में यह अंतर और बढ़ जाता है. लड़कों के लिए ₹24,788 जबकि लड़कियों के लिए ₹21,997. कुल मिलाकर, पूरे देश में ग्रामीण और शहरी औसत खर्च लड़कों के लिए ₹13,470 और लड़कियों के लिए ₹11,666 दर्ज किया गया.
नामांकन स्तर के आधार पर खर्च
रिपोर्ट में साफ हुआ कि जैसे-जैसे शिक्षा का स्तर बढ़ता है, वैसे-वैसे खर्च भी बढ़ता है. ग्रामीण इलाकों में उच्च माध्यमिक स्तर पर लड़कों पर ₹16,850 और लड़कियों पर ₹13,840 खर्च हुआ. वहीं शहरी क्षेत्रों में यह खर्च लड़कों पर ₹32,615 और लड़कियों पर ₹25,376 रहा. पूरे देश में औसतन उच्च माध्यमिक स्तर पर लड़कों पर ₹22,300 और लड़कियों पर ₹17,683 का खर्च सामने आया.
विद्यालय के प्रकार के आधार पर खर्च
- ग्रामीण सरकारी स्कूलों में लड़कों पर औसतन ₹2,705 और लड़कियों पर ₹2,570 खर्च हुआ.
- ग्रामीण निजी (अनएडेड) स्कूलों में यह खर्च लड़कों के लिए ₹23,511 और लड़कियों के लिए ₹22,036 रहा.
- शहरी निजी (अनएडेड) स्कूलों में लड़कों पर खर्च ₹36,390 और लड़कियों पर ₹34,973 रहा.
- कुल मिलाकर सभी प्रकार के स्कूलों में औसत खर्च लड़कों पर ₹13,470 और लड़कियों पर ₹11,666 दर्ज किया गया.
मदवार खर्च (Item-wise Expenditure)
रिपोर्ट ने यह भी बताया कि शिक्षा पर खर्च किन-किन मदों में अधिक होता है. कोर्स फीस: ग्रामीण लड़कों पर ₹4,420, ग्रामीण लड़कियों पर ₹3,489; शहरी लड़कों पर ₹16,283 और शहरी लड़कियों पर ₹13,873. परिवहन: ग्रामीण लड़कों पर ₹1,439 और लड़कियों पर ₹1,270; शहरी लड़कों पर ₹3,115 और लड़कियों पर ₹3,041. यूनिफॉर्म- ग्रामीण लड़कों पर ₹924 और लड़कियों पर ₹845; शहरी लड़कों पर ₹1,580 और लड़कियों पर ₹1,496. पाठ्यपुस्तक और स्टेशनरी: ग्रामीण लड़कों पर ₹1,731 और लड़कियों पर ₹1,589; शहरी लड़कों पर ₹2,943 और लड़कियों पर ₹2,782.
निजी कोचिंग पर खर्च
- रिपोर्ट के अनुसार निजी कोचिंग पर भी लड़कों का खर्च अधिक रहा.
- पूरे देश में औसतन लड़के ₹2,572 और लड़कियां ₹2,227 खर्च करती हैं.
- ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कों का खर्च ₹1,861 और लड़कियों का ₹1,717 रहा.
- शहरी क्षेत्रों में लड़कों ने औसतन ₹4,387 और लड़कियों ने ₹3,542 खर्च किया.





