मेरे बेटे ने सबकुछ अकेले झेला...अतुल सुभाष की मां ने बताई सच्चाई, पत्नी पर कसा शिकंजा
बेंगलुरु में उत्तर प्रदेश के अतुल सुभाष ने सुसाइड कर लिया था. तुल की हत्या का आरोप उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया और सुसराल वालों पर लगा है. पुलिस ने बीएनएस की धारा 108 और धारा 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया. शिकायत में कहा गया कि रुपये की मांग का आरोप लगाया गया है.

Bengaluru News: हाल में बेंगलुरु में उत्तर प्रदेश के अतुल सुभाष (34) ने सुसाइड कर लिया था. वह पेशे से एक इंजीनियर था जो नौकरी के लिए मराठाहल्ली में रह रहा था. अतुल की हत्या का आरोप उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया और सुसराल वालों पर लगा है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मंगलवार को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में पत्नी निकिता सिंघानिया , उनकी सास निशा सिंघानिया, पत्नी के भाई अनुराग सिंघानिया और उनकी पत्नी के चाचा सुशील सिंघानिया पर एक्शन लिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अतुल के भाई विकास कुमार ने मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में अपनी भाई और उनके घरवालों के खिलाफ शिकायत की. पुलिस ने बीएनएस की धारा 108 और धारा 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया. शिकायत में कहा गया कि रुपये की मांग का आरोप लगाया गया है.
शिकायत में लगाए ये आरोप
जानकारी के अनुसार, एफआईआर में लिखा कि अतुल सुभाष ने 2019 में निकिता सिंघानिया से शादी की और उनका एक बच्चा भी है. शिकायत में आगे कहा गया कि चारों आरोपियों ने तलाक के बाद अतुल सुभाष के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया और मामले के निपटारे के लिए 3 करोड़ रुपये देने पर जोर दिया. पत्नी ने उसे अपने चार साल के बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी. फिर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित होने के कारण अतुल ने आत्महत्या कर ली. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
अतुल की मां का बयान
अतुल की मां अपने बेटे की मौत से बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि बहु पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे बेटे को प्रताड़ित किया, हमें भी हमें भी प्रताड़ित किया, लेकिन मेरे बेटे ने सबकुछ अपने ऊपर ले लिया. उसने सबकुछ सहा, उसने हमें तकलीफ नहीं होने दी और वह अंदर ही अंदर जलता रहा. वहीं मृतक के पिता ने कहा, अतुल ने उनसे कहा था कि पारिवारिक न्यायालय कानून का पालन नहीं करता.
घर पर मिला था अतुल का शव
इस मामले पर पुलिस ने अहम जानकारी दी है. पुलिस ने बताया कि अतुल सुभाष बेंगलुरु में एक निजी फर्म में काम करता था. उसने आत्महत्या से पहले 24 पन्नों का एक डेथ नोट छोड़ा है, जिसमें उसने घर में होने वाले वैवाहिक मुद्दों के की वजह से प्रताड़ित होने की बात की. उसने नोट में अपने खिलाफ दर्ज कई मामलों और अपनी पत्नी, उसके रिश्तेदारों और उत्तर प्रदेश के एक जज द्वारा उत्पीड़न का व्यापक विवरण दिया है. उन्होंने कहा कि सुभाष का शव मंजूनाथ लेआउट इलाके में उसके आवास पर लटका मिला. जिस कमरे में उसने आत्महत्या की, वहां "न्याय मिलना चाहिए" लिखा एक नोट मिला था.