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'खतरा चीन से है पर उसका जिक्र तक नहीं', पीएम मोदी पर 'लाल' हुए ओवैसी, RSS की तारीफ पर कहा - 'अब कायरता को...'

Asaduddin Owaisi Reaction: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी द्वारा आरएसएस (RSS) की तारीफ करने पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भड़क उठे हैं. उन्होंने इसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करार दिया है. साथ ही कहा कि हिंदुत्व को बढ़ावा देने के लिए इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है. पीएम पर आरोप लगाया कि आजादी की लड़ाई में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही और अब उसकी छवि चमकाने की कोशिश की जा रही है.

खतरा चीन से है पर उसका जिक्र तक नहीं, पीएम मोदी पर लाल हुए ओवैसी, RSS की तारीफ पर कहा - अब कायरता को...
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( Image Source:  ANI )

Asaduddin Owaisi On PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जिक्र करने पर हैदराबाद से एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ने तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने इसे देश की आजादी की लड़ाई का अपमान करार दिया है. ओवैसी आगे कहा कि भारत को सबसे ज्यादा खतरा चीन से है. इसके बावजूद पीएम मोदी ने आरएसएस की बात कर एक बार फिर हमें याद दिला दिया है कि असली इतिहास को जानना और सच्चे नायकों का सम्मान करना क्यों जरूरी है? यदि हम ऐसा नहीं करेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब कायरता को ही बहादुरी बताकर बेचा जाएगा.

एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा, "स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री का यह बयान हमारे स्वतंत्रता संग्राम का बहुत बड़ा अपमान है. आरएसएस अंग्रेजों से भी ज्यादा स्वतंत्रता सेनानियों से नफरत करता था. आरएसएस ने हमेशा समावेशी राष्ट्रवाद का विरोध किया है. हिंदुत्व की विचारधारा भारत के संविधान के पूरी तरह खिलाफ है."

'हम भाजपा के खिलाफ थे, और आगे भी रहेंगे'

असदुद्दीन ओवैसी यही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा, "आरएसएस की शपथ एक ही समुदाय के धर्म, समाज और संस्कृति की बात करती है. साल 1941 में जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल कैबिनेट में मंत्री थे, तब फजलुल हक इसका नेतृत्व कर रहे थे, जिन्होंने 1940 के लाहौर अधिवेशन में मुस्लिम लीग का पाकिस्तान प्रस्ताव पेश किया था. आज प्रधानमंत्री उनके बारे में बात कर रहे हैं. हम वैचारिक रूप से भाजपा के खिलाफ थे और हमेशा रहेंगे."

जो बुजदिल थे वो भाग गए, वफादार यहीं रहे

AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अनुसार, "शम्सुल इस्लाम की किताब 'मुस्लिम्स अगेंस्ट पार्टिशन' को NCERT में शामिल करें. विभाजन के बारे में यह झूठ बार-बार बोला जाता है. उस समय 2-3 प्रतिशत मुसलमानों को भी वोट देने का अधिकार नहीं था और आज लोग विभाजन के लिए हमें दोषी ठहराते हैं. हम इसके लिए कैसे जिम्मेदार हैं? जो यहां से भाग गए, वे भाग गए, जो वफादार थे, वे यहीं रहे..."

चीन पर क्यों नहीं बोले पीएम

इसके उलट RSS और उनके सहयोगी ब्रिटिशों के पैदल सैनिक रूप में काम करते थे. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा वो गांधी से उतनी नफरत करते थे जितना कभी उन्होंने ब्रिटिशर्स से कभी नहीं किया. हमें खतरा चीन से है. हम वहां नहीं जा सकते है, जो हमारे अधिकार क्षेत्र में था. हमने 25 पेट्रोलिंग प्वाइंट खो दिए.

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी ने आरएसएस की तारीफ कर सबको चौंका दिया था. उन्होंने कहा था कि आरएसएस ने देश के निर्माण में बड़ा योगदान दिया है. यह बेहद गर्व भरा पल है. यह सुनहरा अध्याय भी है. मोदी खुद भी आरएसएस के सदस्य रहे हैं. ऐसे में उनकी तारीफ से आरएसएस से जुड़े लोग बहुत खुश हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस साल अपनी स्थापना का 100वां साल मना रहा है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज, मैं गर्व से एक ऐसी संस्था का जिक्र करना चाहता हूं. सौ साल पहले आरएसएस की स्थापना हुई थी. राष्ट्र के लिए ये 100 साल की सेवा एक गर्व और सुनहरा अध्याय है. चरित्र निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ, मां भारती की सेवा करने के उद्देश्य से, स्वयंसेवकों ने एक सदी से मातृभूमि के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.

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