कुत्ता, बिल्ली ठीक, इन जानवरों को पालने की मत कीजिएगा भूल; हो सकती है जेल
भारत में कुछ ऐसे जानवरों की प्रजाति हैं. जिन्हें अगर आप गलती से अपने घर में पालते हैं, तो ये एक कानूनी अपराझ हो सकता है. इस कारण उन्हें घर पर पालने पर बैन लगाया गया है. आज हम आपके लिए ऐसे ही 10 जानवरों की जानकारी लेकर के आए हैं. जिन्हें अगर आप अपने घर में पालते हैं, तो कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.

इंडियन्स को एनिमल्स से कितना प्यार है. एनिमल्स से कितना प्यार है इसका उदहारण अगर आपको चाहिए तो घरों में पालतू जानवरों के रूप में कुत्ते, बिल्ली, मछलियाों को जो लोग पालते हैं, उनपर आपको गौर करना चाहिए. लेकिन कुछ जानवरों की प्रजाती ऐसी भी हैं, जिन्हें पालना एक जुर्म के समान है. लेकिन फिर भी लोग इन्हें अपने घरों में पालते हैं. आज हम ऐसे ही 10 जानवरों की प्रजातियों के बारे में जानकारी लेकर के आए हैं. जिन्हें अगर आप अपने घर में पालते हैं, तो हो सकता है कि कानूनी कार्रवाई हो.
इन जानवरों को पालने की मत कीजिए गलती
आप अपने घर में गीदड़, उल्लू, कछुए, मगरमच्छ, बंदर, सांप, हाथी, तेंदुए, मोर, जंगरी शूकर. इन्हें आप अपने घर में नहीं पाल सकते हैं. भले ही अपने घर में इन जानवरों को पालना अट्रैक्शन हो सकता है. लेकिन इनमें से कुछ प्रजाति ऐसी हैं, जो जंगली होती हैं. उन्हें अपने घर की चार दिवारी में कैद नहीं किया जा सकता. इस कारण उन्हें घर में पालने पर बैन लगाया गया है. जानवरों की सुरक्षा भी उन्हें न पालना एक कारण हैं. साथ ही कुछ ऐसी प्रजाति हैं जो धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही हैं.ये नियम उनके प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा करते हैं, अवैध व्यापार को रोकते हैं और दुनिया में उनकी भलाई सुनिश्चित करते हैं.
इन्हें पालना हो सकता गैर कानूनी
अगर घर में आप गीदड़ को जानवर के रूप में पालना सोचते हैं, तो बता दें कि ये गैर कानूनी हो सकता है. इन्हें घूमने के लिए काफी जगह चाहिए होती है, जो एक घर में संभव नहीं हो सकता इसलिए आप इन्हें नहीं पाल सकते. इसी तरह इस लिस्ट में उल्लू भी शामिल हैं, इन्हें घर में पालना आपको उल्टा पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकी रात में उल्लू शिकार करता है.
क्यों लगया गया है बैन?
बात करें कि इनपर आखिर बैन क्यों लगाया गया है? क्योंकी ये सभी जानवर वन में रहने वाले हैं. अगर इन्हें घर में रखा जाए तो कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं. क्योंकी उन्हें खास देखभाल, नेचर के साथ जुड़े रहने की उनकी आवश्यकता है. इस तरह अपनी लाइफ लंबी जी सकते हैं. अगर घर में पालते हैं, तो उनके स्वास्थ्य पर भी इसका खासा असर पड़ सकता है. इसी मकसद से इन्हें पालतू बनने से बचाना साथ ही अवैध तरीके से उन्हें बेचने से रोकना इस बैन का मकसद है.