Ahmedabad plane crash: '4 दोस्त गंवा दिए, दीवार को गिरते देखा, सोचा पाकिस्तान ने दागी मिसाइल', MBBS छात्र की आपबीती
अहमदाबाद बीजे मेडिकल कॉलेज MBBS छात्र केशव भडाना के अनुसार दुर्घटना के समय 50 बच्चे मेरी मंजिल पर खाना खा रहे थे. मेरी मेज पर छह दोस्त बैठे थे. इनमें से चार दुर्घटना में मारे गए. उनमें से एक मेरा बहुत करीबी दोस्त था. मुझे आज भी उसकी याद आती है. उसके बाद मेस में सिलेंडर फटने के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.

Air India Plane Crash News: गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया प्लेन क्रैश की घटना 12 जून को हुई थी. इस घटना के 8 दिन बाद इस घटना को लेकर तरह-तरह की सूचना बाहर आने का सिलसिला जारी है. अब इस हादसे के चश्मदीद गवाह और गंभीर रूप से घायल हुए केशव भडाना ने पूरे नजारे को डराने वाला बयान दिया है. मेडिकल के छात्र केश भड़ाना ने बताया कि प्लेन क्रैश के बाद जब अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज की दीवारें ढहने लगी और छत के मलबे सहित बड़ी मात्रा में मलबा गिरने लगा, तो केशव भडाना ने नहीं सोचा था कि कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है. इसके बजाय भड़ाना ने नुकसान और "विस्फोट जैसी आवाज" को देखते हुए, सोचा था कि पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया होगा और मिसाइल दागी होगी, जो कॉलेज परिसर में गिरी है.
पाकिस्तान द्वारा संभावित मिसाइल हमले की आशंकाओं पर भड़ाना की टिप्पणी पिछले महीने नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच हुए हमलों और जवाबी हमलों की पृष्ठभूमि में आई है. एनडीटीवी ने फरीदाबाद के दूसरे वर्ष के एमबीबीएस छात्र भडाना के हवाले से बताया है, "दोपहर के भोजन का समय प्लेन क्रैश हुआ था. दोपहर करीब 1.30 बजे, मैं अपने दोस्तों के साथ मेस में खाना खा रहा था, तभी अचानक दीवार गिरने लगीं और छत गिरने लगी. पहले तो ऐसा लगा कि धूल का तूफान है. फिर हमने सोचा कि यह भूकंप होगा."
'आज भी याद आते हैं मेरे दोस्त'
केशव भडाना ने कहा, "फिर मुझे लगा कि पाकिस्तान ने मिसाइल से हमला किया होगा. मैंने डर के मारे अपने हाथ अपने चेहरे पर रख लिए. जैसे ही मैंने अपने हाथ अपने चेहरे से हटाए, मैंने ऊपर से सूटकेस गिरते देखे. फिर मुझे लगा कि यह विमान दुर्घटना होगी."
केशव भडाना ने आगे कहा, 'इस दुर्घटना में मैंने अपने चार दोस्तों को खो दिया. मैंने एक दीवार को अपने ऊपर गिरते देखा. जब मैं पीछे की ओर गिरा, तो मेरे हाथ, पैर और सिर पर चोटें आईं. मेरे पैर मलबे के नीचे दब गए."
उन्होंने कहा, "दुर्घटना के समय 50 बच्चे मेरी मंजिल पर खाना खा रहे थे. मेरी मेज पर छह दोस्त बैठे थे. उनमें से चार दुर्घटना में मारे गए. उनमें से एक मेरा बहुत करीबी दोस्त था और मुझे उसकी याद आती है." मेस में सिलेंडर फटने के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. "हम मेस की पहली मंजिल पर थे. हर कोई चिल्ला रहा था. हर जगह काला धुआं था, इसलिए कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था."
बड़ी मुश्किल से बाहर निकले
उन्होंने कहा, "कई लोगों में कोई हलचल नहीं दिख रही थी. शायद वे मर गए थे. हम बड़ी मुश्किल से बाहर निकले." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में उनसे मुलाकात की। उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे बहुत मानसिक शक्ति दी। उन्होंने मुझे चिंता न करने के लिए कहा और मुझे याद दिलाया कि मैं एक डॉक्टर हूं।"
'बहुत जल्द कॉलेज वापस जाएंगे, लेकिन वहां मेरे दोस्त नहीं होंगे'
मेडिकल छात्र भडाना ने कहा, "हम जल्द ही कॉलेज वापस जाएंगे. सामान्य स्थिति बहाल होने में कुछ समय लगेगा. हम कक्षा में बैठेंगे और मेस में खाना खाएंगे, लेकिन हमारे कुछ दोस्त वहां नहीं होंगे. यह बहुत दुखद होगा."
12 जून को लंदन जाने वाली एयर इंडिया 171 फ्लाइट बोइंग ड्रीमलाइनर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. हो गई. विमान दोपहर करीब 1.30 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद मेघानीनगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के आवासीय क्वार्टर से टकराने के बाद क्रैश हुई.
अहमदाबाद के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने कहा कि पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद 'मेडे' डिस्ट्रेस कॉल जारी किया था, जो पूरी तरह से इमरजेंसी हालात का संकेत था. जो ऑपरेशन सिंदूर के तहत शुरू किए गए थे.