अब भारत के कब्जे में होगा 26/11 हमले का आरोपी तहव्वुर राणा, प्रत्यर्पण रोकने को राजी नहीं हुई अमेरिकी कोर्ट
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने उसकी प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी है.

Tahawwur Rana: 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है. अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को राणा की प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी. सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर दिए गए आदेश में लिखा गया है कि 'आवेदन कोर्ट द्वारा खारिज किया गया.'
राणा ने 27 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश एलेना कगन के समक्ष 'एमरजेंसी एप्लिकेशन फॉर स्टे पेंडिंग लिटिगेशन ऑफ पेटिशन फॉर रिट ऑफ हेबियस कॉर्पस' दाखिल की थी. उन्होंने यह तर्क दिया था कि पाकिस्तान मूल के मुस्लिम होने के कारण भारत में उन्हें प्रताड़ित किए जाने का खतरा है.
कनाडाई नागरिक राणा पर आरोप है कि उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन की मदद की और अपने साथी डेविड कोलमैन हेडली (दाऊद गिलानी) को भारत में लक्ष्यों की रेकी करने में सहयोग किया. हेडली को अमेरिका ने अक्टूबर 2009 में गिरफ्तार किया था. अमेरिका की एक अदालत ने पहले ही राणा को दोषी करार दिया था.
राणा की भारत को प्रत्यर्पण को हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (उस समय) की मंजूरी भी मिल चुकी थी. भारत सरकार लंबे समय से उसे भारत लाने की कोशिश कर रही है, ताकि 26/11 हमलों में उसकी भूमिका को लेकर उसे कानून के कटघरे में लाया जा सके.
26/11 मुंबई आतंकी हमलों में दोषी ठहराए जाने के बाद भारत ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग की थी, ताकि वह देश में मुकदमे का सामना कर सके. फरवरी 2025 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. ट्रंप ने राणा को 'दुनिया के सबसे खतरनाक और दुष्ट लोगों में से एक' बताया था. ट्रंप ने कहा था, 'तहव्वुर राणा भारत लौटेगा, जहां उसे उसके अपराधों के लिए न्याय का सामना करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग मजबूत बना रहेगा.
तहव्वुर राणा की क्राइम कुंडली
मुंबई पुलिस की 405 पन्नों की चार्जशीट में तहव्वुर राणा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एजेंट बताया गया है. चार्जशीट के अनुसार, राणा ने 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली की मदद की थी, जिसने हमले से पहले मुंबई में रेकी की थी. हमलों के एक साल से भी कम समय बाद FBI ने राणा को शिकागो से गिरफ्तार किया था. उस वक्त वह वहां एक ट्रैवल एजेंसी चला रहा था. जांच में सामने आया कि राणा और हेडली ने मिलकर मुंबई में संभावित टारगेट्स और लैंडिंग स्पॉट की पहचान की थी, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी आतंकियों ने किया.