Haryana Election 2024: कौन हैं हिसार से चुनाव लड़ने वाली भारत की सबसे अमीर महिला? BJP ने नहीं दिया टिकट तो उतरी निर्दलीय
Haryana Election 2024: हरियाणा बीजेपी में लगातार इस्तीफे का दौर चल रहा है. पार्टी में टिकट नहीं मिलने से नाजार नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

Haryana Election 2024: देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिसार से निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रही है. ये फैसला उन्होंने बीजेपी की ओर से टिकट नहीं मिलने के बाद लिया है. सावित्री जिंदल ने यह घोषणा गुरुवार को की है, जब एक दिन पहले ही भाजपा ने हिसार सहित 67 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी.
फोर्ब्स इंडिया के मुताबिक, वह 21 अगस्त 2024 को 2.77 लाख करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर हैं. इसके अलावा वह देश की सबसे अमीर महिला भी हैं. सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्व. ओपी जिंदल की पत्नी हैं.
सावित्री जिंदल ने पहले एक बयान में कहा था कि वह न तो भाजपा में शामिल हुई हैं और न ही उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है. हरियाणा चुनाव के लिए अपनी सूची में भाजपा ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को हिसार से अपना उम्मीदवार बनाया है, जो लगातार दो बार से इस सीट से विधायक हैं.
सावित्री जिंदल भाजपा टिकट की दौड़ में थीं
सावित्री जिंदल इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए हिसार से भाजपा टिकट की दौड़ में थीं और टिकट की घोषणा के बाद वह गुरुवार सुबह जिंदल चौक स्थित अपने आवास पर पहुंचीं, जहां उनके काफी समर्थक एकत्र हुए थे. बैठक के दौरान उनके सभी समर्थकों ने कहा कि 'बीबी जी (सावित्री जिंदल) आगे बढ़िए, हम आपके साथ हैं. और उनसे चुनाव लड़ने का आग्रह किया था.
समर्थकों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि वह उनके आदेशों का पालन करेंगी और बाद में सावित्री जिंदल ने कहा कि हिसार उनका परिवार है और परिवार कह रहा है कि मुझे चुनाव लड़ना है, मुझे उनकी बात माननी होगी. कांग्रेस से टिकट मिलने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में निर्णय भी उनके समर्थक ही लेंगे.
नहीं हैं भाजपा से नाराज -सावित्री जिंदल
भाजपा की सदस्यता लेने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सदस्यता तो नहीं ली, लेकिन कुरुक्षेत्र में बेटे नवीन जिंदल और हिसार में रणजीत सिंह चौटाला के लिए प्रचार किया. उन्होंने कहा कि वह भाजपा से नाराज नहीं हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिया गया निर्णय स्वीकार किया जाना चाहिए और यह बहुत अच्छा है