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आखिर क्यों विवादों में है फिल्म '2020 Delhi', कांग्रेस नेता ने फिल्म को बताया बेशर्म, रिलीज पर रोक की मांग

'2020 दिल्ली' 24 फरवरी 2020 के पूरे दिन की कहानी है, जब एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली में थे और दूसरी तरफ शहर दंगों की आग में जल रहा था. इन दंगों में 53 लोगों की जान चली गई थी. वहीं, अब कांग्रेस ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है.

आखिर क्यों विवादों में है फिल्म 2020 Delhi, कांग्रेस नेता ने फिल्म को बताया बेशर्म, रिलीज पर रोक की मांग
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 27 Jan 2025 9:00 PM IST

भारत की पहली सिंगल-शॉट फुल-लेंथ हिंदी फीचर फिल्म '2020 दिल्ली' (2020 Delhi) का ट्रेलर रिलीज हो गया है. यह फिल्म 2020 के दिल्ली दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है. इसमें सांप्रदायिक तनाव, राजनीतिक साजिशों और असाधारण परिस्थितियों में फंसे आम नागरिकों के संघर्ष पर भी प्रकाश डाला गया है. फिल्म बताएगी कि शाहीन बाग से शुरू हुआ CAA विरोध प्रदर्शन 'नमस्ते ट्रम्प' तक कैसे पहुंचा.

'2020 दिल्ली' 24 फरवरी 2020 के पूरे दिन की कहानी है, जब एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली में थे और दूसरी तरफ शहर दंगों की आग में जल रहा था. इन दंगों में 53 लोगों की जान चली गई थी. वहीं, अब कांग्रेस ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. कांग्रेस ने बीते रविवार को भाजपा पर 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों पर आधारित एक फिल्म का प्रमोशन करके 'समाज को विभाजित करने और वोटर्स को प्रभावित करने' की कोशिश करने का आरोप लगाया, जो 5 फरवरी विधानसभा से तीन दिन पहले रिलीज होने वाली है.

एक बेशर्म प्रयास है

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी ने भारत के चुनाव आयोग (ईसी) से '2020 दिल्ली' की रिलीज को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को 2019 के आम चुनाव के दौरान निर्धारित मिसाल का पालन करना चाहिए जब आयोग ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बायोपिक की रिलीज रोक दी थी. '2020 दिल्ली' का ट्रेलर पिछले हफ्ते की शुरुआत में रिलीज़ किया गया था. श्री सिंघवी ने फिल्म को एक विशेष धार्मिक समुदाय के खिलाफ सीधे तौर पर केंद्रित, विकृत, अपमानजनक कथा और सार्वजनिक शांति को भंग करने का एक बेशर्म प्रयास कहा. आप चुनाव से दो दिन पहले इस तरह की फिल्म क्यों रिलीज़ करते हैं? इसके संयोगवश टकराव का उद्देश्य क्या है? चुनाव के दौरान यह भाजपा की एक नई तकनीक बन गई है.'

अनगिनत हिंदुओं का दर्द

2020 दिल्ली के माध्यम से, फिल्म निर्माता देवेन्द्र मालवीय ने इन दिल्ली दंगों की कड़वी सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की है, जो हाल के इतिहास की सबसे विभाजनकारी घटनाओं में से एक है. मालवीय ने कहा, 'इतने भीषण दंगों और आगजनी को एक ही बार में रूप देना एक बड़ी चुनौती थी, यह फिल्म इस बात का सबूत है कि जब रचनात्मकता और दृढ़ संकल्प एक साथ आते हैं, तो एक फिल्म निर्माता अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता है.' यह फिल्म पड़ोसी देशों में हिंदू अल्पसंख्यकों की दुर्दशा पर भी प्रकाश डालती है. खासकर इन देशों में, 2020 की दिल्ली उन अनगिनत हिंदुओं का दर्द बयान करेगी जो बलात्कार, हत्या, हिंदू बेटियों के धर्म परिवर्तन के साथ-साथ बंधुआ गुलामी जैसे अत्याचारों से पीड़ित होकर भारत आने की उम्मीद में मर रहे हैं.

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